निफ्टी जून के सौदे आज स्पॉट सूचकांक से तत्कालिक रूप से 14 अंक डिस्काउंट पर बंद हुए, जबकि ओपन इंट्रेस्ट 3.94 करोड़ पर 7 प्रतिशत रहा।
डेरिवेटिव विशेषज्ञों के अनुसार स्पॉट मार्केट में अंतिम कारोबारी घंटे में ट्रेडिंग के दौरान बनी ताजा बिकवाली ने डिस्काउंट और बढ़ाया। नेशनल शेयर बाजार (एनएसई) के 50 शेयरों का निफ्टी गुरुवार की तुलना में 1.05 प्रतिशत या 49.15 अंक गिरकर 4627.80 पर बंद हुआ।
पूरे दिन के कारोबार में यह 4614.25 से लेकर 4746.30 के बीच रहा। इडेलवाइस सिक्योरिटीज के डेरिवेटिव विशेषज्ञ योगेश राडके ने बताया कि आने वाले सत्रों में निफ्टी 4400 के स्तर तक गिर सकता है। साफ है कि बाजार का खराब समय अभी खत्म नहीं हुआ है। वे निफ्टी को 4450 के स्तर पर सपोर्ट मिलने की भविष्यवाणी कर रहे हैं। डेरिवेटिव में आज के कारोबार में जून के कांट्रेक्ट 65.30 अंक नीचे गिरकर 4613.80 पर बंद हुआ।
जुलाई का कांट्रेक्ट 67.15 अंक नीचे गिरकर 4608.00 बंद हुआ, जबकि अगस्त का 71.00 अंक नीचे गिरकर 4606 पर बंद हुआ। डेरिवेटिव विशेषज्ञों के अनुसार शॉर्ट पोजिशन में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में फ्रेश बिल्ड अप हुआ। कंपनी के शेयरों की जून कांट्रेक्ट में स्पॉट प्राइस ओपन इंट्रेस्ट में 3.5 प्रतिशत गिरी। जून कांट्रेक्ट में केर्न इंडिया की स्पॉट प्राइस 1 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ बंद हुई, जबकि ओपन इंट्रेस्ट 19 प्रतिशत नीचे आया।
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दामों के 129 डॉलर प्रति बैरल पहुंच जाने से केर्न इंडिया का शेयर 9 प्रतिशत चढ़े। इससे पहले के सत्रों में कंपनी के शेयर की कीमतें लगातार नीचे गई थीं। आज रिलायंस पेट्रोलियम, टाटा स्टील, रिलायंस कैपिटल, डीएलएफ, रिलायंस कम्युनिकेशन, एस्सार आयल और श्री रेणुका सुगर के शेयरों में सक्रिय कारोबार हुआ।
निफ्टी मिनी के जून के कांट्रेक्ट 68.75 अंक नीचे आकर 4609.90 पर बंद हुए। एनएसई के डेरिवेटिव क्षेत्र में कारोबार आज 428.9 अरब रुपये का हुआ। गुरुवार को यहां 510.2 अरब रुपये का कारोबार हुआ था। शुक्रवार के कारोबार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की डेरिवेटिव क्षेत्र में हुए ग्रॉस मार्केट पोजिशन में हिस्सेदारी 41.42 प्रतिशत थी, जबकि इससे पहले के कारोबारी सत्र में यह प्रतिशत 41.39 थी।