पिछले दो दिनों में निफ्टी को 4600 के स्तर पर तगड़ा रेसिस्टेंस मिला जबकि 4500 पर अच्छा सपोर्ट मिला और औसत सेटलमेंट भाव 4550 के करीब रहा।
इससे साफ है कि बाजार ट्रेंडलाइन रेसिस्टेंस की ओर है और 4500-4550 के स्तर पर भारी रेसिस्टेंस जोन बन रहा है। टेक्निकली ट्रेंडलाइन रेसिस्टेंस (एक तय दायरे में)में पूरी तरह से करेक्शन आता है या फिर साइडवेज ट्रेडिंग होती है और बाजार में ब्रेकआउट आता है तो करेक्शन तक भी जा सकता है।
निफ्टी गुरुवार को फ्लैट खुला और 4500-4580 के दायरे में कारोबार करता रहा। उतार चढ़ाव काफी ज्यादा था और आखिर में वही बंद हुआ जहां खुला था। निफ्टी कुल 6 अंक चढ़कर 4524 पर फ्लैट बंद हुआ। चढ़ने और गिरने वाले शेयर करीब करीब बराबर ही रहे।
अगस्त वायदा 4531.6 अंकों पर बंद हुआ और इसके ओपन इंटरेस्ट में दस लाख शेयर जुड़े। लगातार दूसरे दिन निफ्टी 4500 से ऊपर बंद हुआ जिससे साफ है कि इस स्तर पर अच्छा सपोर्ट है। एनालिस्टों के मुताबिक निफ्टी 4420-4580 के बीच कंसॉलिडेट कर सकता है।
निफ्टी के घंटेवार चार्ट से साफ है कि जरूरत से खरीदारी हुई है लिहाजा इंट्रा डे में 4460-4420 के सपोर्ट स्तर तक गिरावट रह सकती है। विदेशी संस्थागत निवेशकों को निफ्टी वायदा में शार्ट कवरिंग करते देखा गया जबकि स्टॉक वायदा में उन्होने शार्ट पोजीशन ली है। इंडेक्स वायदा में एफआईआई का ओपन इंटरेस्ट करीब 21 हजार सौदों से घटा है जबकि स्टॉक वायदा में शार्ट पोजीशन करीब 22 हजार सौदों से बढ़ी है।
इससे संकेत मिलते हैं कि एफआईआई इंडेक्स वायदा में ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली कर रहे हैं और चुनींदा स्टॉक्स में ऊंचे स्तरों पर शार्ट पोजीशन ले रहे हैं। निफ्टी में पुट कॉल रेशियो 1.30 से बढ़कर 1.36 पर आ गया है क्योकि कॉल ऑप्शंस का ओपन इंटरेस्ट 203,050 शेयरों से घटा है जबकि पुट ऑप्शंस का ओपन इंटरेस्ट 12.1 लाख शेयरों से बढ़ा है।