सेंसेक्स और निफ्टी दोनों को ही 200 दिन के मूविंग ऐवरेज के स्तर के आसपास रेसिस्टेंस झेलना पड़ा और कैश और वायदा दोनों ही सेगमेन्ट में समर्थन नहीं मिल पाने से बाजार कमजोर होकर बंद हुआ।
निफ्टी में 200 दिन का मूविंग ऐवरेज 5150 अंक का है जबकि सेंसेक्स में 17250 अंक पर है। 200 दिन के मूविंग ऐवरेज पर यह रेसिस्टेंस टेक्निकल कारणों से भी रहा है क्योकि 9 दिन का रिलेटिव स्ट्रेंग्थ इंडेक्स (आरएसए) 80 के आसपास है और यह जरूरत से ज्यादा खरीद की ओर इशारा करता है।
स्पेकुलेटिव ट्रेडिंग नहीं होने से फ्यूचर्स और ऑप्शंस का टर्नओवर सोमवार को 25460 करोड़ के नए निचले स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी का टर्नओवर 10000 करोड़ से भी नीचे गिरकर 7553 करोड़ रुपए पर आ गया जबकि इंडेक्स ऑप्शंस का टर्नओवर शुक्रवार के स्तर से 50 फीसदी घटकर 2560 करोड़ पर पहुंच गया।
कारोबार की खासबात केवल यह रही कि निफ्टी वायदा प्रीमियम पर ही बना रहा जिससे संकेत मिलते हैं कि शार्ट पोजीशन नहीं बन रही हैं। निफ्टी वायदा 16 अंकों के प्रीमियम से साथ 5105 अंकों पर बंद हुआ जिससे साफ है कि बाजार में लांग पोजीशन बन रही है।
वायदा कारोबारी अंतरराष्ट्रीय के मिलेजुले रुख की वजह से अपनी इंट्राडे लांग पोजीशन को कैरी फार्वर्ड करने से कतरा रहे थे। निफ्टी वायदा का ओपन इंटरेस्ट कुल 2.78 लाख सौदों के वॉल्यूम के बावजूद 13650 सौदों से बढ़ गया। 5100 के स्तर पर कॉल ऑप्शंस में खरीदारी का समर्थन देखा गया और ऑर्डर बुक में बिकवाल से ज्यादा खरीदार थे।
जबकि 5100 के स्तर पर पुट की बिकवाली देखी गई जिससे संकेत मिलते हैं कि इस स्तर पर बाजार को सपोर्ट मिल रहा है। हालांकि वायदा कारोबारी अपनी खरीदारी की पोजीशन हेज करने के लिए 5000 के पुट ऑप्शंस खरीद रहे थे। साफ है कि निफ्टी अभी और आगे बढने के मूड में है, 5150 से ऊपर की बंदी तेजड़ियों को और मजबूत करेगी।