निफ्टी ने आज 2920 अंकों के सपोर्ट लेवल को तोड़ा और 2916 पर बंद हुआ। इसकी वजह यह है कि कारोबारी अगले माह आने वाले तिमाही नतीजों को लेकर अनिश्चित हैं।
साप्ताहिक चार्ट पर अगर बाजार इस हफ्ते 2920 के नीचे बंद होता है तो बिकवाली बन सकती है। यह एक बेहद अहम सपोर्ट लेवल और रुझान तय करने वाला स्तर साबित होगा।
क्रिसमस की छुट्टियों के पहले वायदा और विकल्प कारोबारियों द्वारा अधिक सतर्कता बरने और अपनी लांग पोजीशन को अनवाइंड किए जाने के कारण वॉल्यूम असामान्य रूप से नीचे रहे।
मंदड़िए बाजार में अपनी शॉर्ट पोजीशन रोलओवर करते दिखे क्योंकि आंकड़ों के अनुसार निफ्टी फ्यूचर्स और प्रमुख सूचकांक फ्यूचर्स में बिकवाल सक्रिय हैं। निफ्टी जनवरी फ्यूचर्स ने 23 अंकों के प्रीमियम पर 76 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट जोड़ा।
प्रमुख शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, लॉर्सन एंड टुब्रो, सेल और ओएनजीसी में शॉर्ट पोजीशन बनी और भारतीय स्टैट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और सत्यम कंप्यूटर्स में लांग पोजीशन रोलओवर हुई।
नई जनवरी सीरीज का वॉल्यूम निफ्टी और दूसरे प्रमुख सूचकांकों में अंतिम 30 मिनटों में हुए 15-20 फीसदी कारोबार के कारण उछाल आया।
निफ्टी जनवरी सीरीज में 2936 के स्तर पर 52,157 सौदों का कुल कारोबारी वॉल्यूम में 13.8 फीसदी का योगदान रहा। इसी तरह का उछाल रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, लॉर्सन एंड ट्रूबो, सत्यम कंप्यूटर व सेल के वॉल्यूम में भी देखने को मिला।
आंकडे बताते हैं कि सत्यम, आईसीआईसीआई बैंक और स्टैट बैंक में यह उछाल खरीद ऑर्डर से और अन्य में बिकवाली के ऑर्डर के माध्यम से आया।
एंजल ब्रोकिंग में डेरिवेटिव और इक्विटी विश्लेषक सिध्दार्थ भामरे ने बताया कि वॉल्यूम में यह उछाल कुछ कारोबारियों के सूचकांक प्रबंधन के चलते आया।
उन्हें उम्मीद है कि निफ्टी को 2900 पर सपोर्ट मिलेगा, लिहाजा वर्तमान स्तर पर शॉर्ट जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। आज बाजार में अधिक कारोबार तेजड़ियों द्वारा की गई मुनाफा वसूली के कारण हुआ इसलिए उन्हें उम्मीद है कि निफ्टी निकट भविष्य में 3100-3150 के स्तर पर जा सकता है।