भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा क्वालिफाइड इंस्टीटयूशनल प्लेसमेंट्स (क्यूआईपीएस) के प्राइसिंग नियमों को लेकर किए गए सुधार के दो माह बाद अब तक कोई भी क्यूआईपीएस इश्यू बाजार में नहीं आया है।
सेबी बोर्ड की पिछली बैठक में बाजार नियामक ने कहा था कि क्यूआईपीएस इश्यू की कीमतें इश्यू जारी करने दो सप्ताह पहले की बाजार की औसत कीमत के आधार पर तय होंगी जबकि इस इश्यू से जुड़ा तबका पिछले छह माह या फिर 15 दिन की कीमतों के अधिकतम औसत के आधार पर तय होगी।
बैंकर्स का इस बारे में कहना था कि अब तक इश्यू ओपन होने और फिर उन शेयरों की लिस्टिंग का न्यूनतम समय 10 से 15 दिन होता है। अगर कोई कंपनी क्यूआईपीएस इश्यू की कीमत उसकी बाजार की कीमत से 20 फीसदी कम तय करती है तो इसे खरीददार मिल सकेंगे। लेकिन कंपनी इस बारे में रुको और देखो की नीति पर अमल कर रहीं हैं।
कीमतों के निर्धारण से जुड़े सुधार के बाद संभव है कि कई वे कंपनियां जो पहले अपने क्यूआईपी इश्यू की योजना को स्थगित कर चुकी हैं फिर बाजार की ओर लौटें क्योंकि एक औसतन बेस प्राइस पर पहुंचना बेहद आसान है। अगस्त के मध्य से अक्टूबर तक शेयर बाजार 20 फीसदी गिर चुका है।