लगभग 83 फीसदी यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप) ने जिनमें इक्विटी-डेट का 80-20 का अनुपात रहा है, बाजार में छाई मंदी के बाद भी सभी प्रमुख सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन किया।
एक साल से अधिक की समयावधि में शुरू की गई 112 ग्रोथ योजनाओं पर किए गए अध्ययन के अनुसार 93 योजनाओं की एनएवी 25-30 फीसदी ही गिरी,
जबकि इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों अपने सर्वोच्च स्तर से 53.4 फीसदी नीचे आए। शेष 12 योजनाओं की एनएवी उनके सर्वोच्च स्तर से 54 फीसदी नीचे गिरी।
ग्रोथ पर आधारित ऐसे यूलिप, जिनमें इक्विटी की अधिक हिस्सेदारी थी, बैलेंस्ड, सेक्योर्ड और इनकम फंडों से अधिक गिरे। इन ग्रोथ फंडों की एनएवी 30-60 फीसदी तक गिरी।
लेकिन बैलेंस्ड फंडों के लिए यह गिरावट 20 से 30 फीसदी के बीच रही। सेक्योर्ड, इनकम और कंजर्वेटिव फंडों में यह गिरावट उनके सर्वोच्च स्तर से 10 फीसदी से भी कम रही।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लिंक मैक्सिमाइजर (ग्रोथ) 2, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल टाइम मैक्सिमाइजर (ग्रोथ) 2, बजाज एलायंज, लाइफ इंश्योरेंस-प्योर स्टॉक फंड, टाटा एआईजी ग्रोथ मैक्सिमाइजर फंड लाइफ व एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस यूनिट प्लस इक्विटी फंड ने बेंचमार्क सूचकांकों से बेहतर परिणाम दिया।
इनकी एनएवी 40 फीसदी से भी कम गिरी। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ग्रुप ग्रोथ फंड की एनएवी प्रति यूनिट के आधार पर 13 फीसदी से लेकर 12.5 फीसदी तक ही गिरी।