जैसी कि उम्मीद थी सोमवार को बाजार में मुनाफावसूली देखी गई।
तीन टेक्निकल- मूविंग ऐवरेज कंवर्जन (एमएसीडी), रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) और नोन श्योर थिंग (केएसटी), ये तीनों ही नेगेटिव में हैं जो इस बात का संकेत है कि शार्ट टर्म के लिए रैली पूरी हो चुकी है।
पिछले हफ्ते ये तीनों ही सूचक बिकवाली के मोड में थे जिससे साफ था कि कोई भी इंट्राडे या फिर शार्ट टर्म की तेजी लंबी नहीं रहेगी। एमएसीडी मूमेंटम का सूचक है जो भावों के दो मूविंग ऐवरेज का संबंध बताता है, टेक्निकली एमएसीडी एक स्तर के नीचे आता है तो बाजार में मंदी रहती है और जब यह सिगनल लाइन से ऊपर निकलता है तो तेजी के संकेत मिलते हैं।
इसी तरह केसीटी में भी तेजी के संकेत तभी मिलते हैं जब यह मूविंग ऐवरेज से ऊपर निकलता है, जब यह मूविंग ऐवरेज से नीचे जाता है तो यह मंदी का संकेत देता है। इसी तरह शार्ट टर्म में अगर आरएसआई, वो नौ दिन का हो या 14 दिन का, 70 से ऊपर जाता है तो यह जरूरत से ज्यादा खरीद होने के संकेत देता है। यानी 70 से ऊपर जाते ही बाजार नीचे की ओर मुड़ने लगता है।
एफ ऐंड ओ के संकेतों के मुताबिक मंगलवार को भी बाजार करेक्शन के मोड में होगा। मई वायदा में ट्रेडिंग वॉल्यूम 3.45 लाख कॉन्ट्रैक्ट का होने के बावजूद निफ्टी वायदा का प्रीमियम गिरकर 13 अंक घट गया। केवल 5000 कॉन्ट्रैक्ट ही कैरी फार्वर्ड किये गए। इससे साफ है कि कारोबारी अपनी पोजीशन कैरी फार्वर्ड नहीं कर रहे हैं।
कॉल ऑप्शंस के कारोबार को देखें तो निफ्टी का सपोर्ट स्तर जो 5200 पर था आने वाले दिनों में टूट सकता है। क्योकि कॉल की बिकवाली 5200 के स्ट्राइक प्राइस पर हो रही है और ट्रेडिंग वॉल्यूम का एक तिहाई ओपन इंटरेस्ट के रूप में कैरी फार्वर्ड हो रहा है । पुट का 5000 के स्तर पर ओपन इंटरेस्ट कुल ओपन इंटरेस्ट का 18.3 फीसदी है जिससे साफ है कि निफ्टी का सपोर्ट 5000 के स्तर पर है।