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SEBI के आदेश के बाद Zee-Sony विलय पर जोखिम

विलय को लेकर अनिश्चितता और विज्ञापन पर कम खर्च के कारण राजस्व की रफ्तार पर दबाव को देखते हुए अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म ने कोई कीमत लक्ष्य सामने नहीं रखा है।

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- June 21, 2023 | 9:33 PM IST

बाजार नियामक SEBI के ​आदेश के बाद ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया के विलय पर जोखिम पैदा हो गया है। बोफा सिक्योरिटीज ने एक नोट में ये बातें कही है।

ब्रोकरेज ने कहा, हमारी राय में सोनी के साथ विलय के बाद ज़ी को लेकर अच्छी बात यह थी कि सोनी के प्रबंधन के जुड़ाव के चलते कॉरपोरेट गवर्नेंस व कारोबारी रफ्तार में सुधार होगा। लेकिन ज़ी के प्रवर्तकों के खिलाफ SEBI का अंतरिम आदेश सोनी संग विलय पर जोखिम खड़ा कर रहा है।

विलय को लेकर अनिश्चितता और विज्ञापन पर कम खर्च के कारण राजस्व की रफ्तार पर दबाव को देखते हुए अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म ने कोई कीमत लक्ष्य सामने नहीं रखा है।

बोफा के नोट में कहा गया है, ज़ी को लेकर हमारी कोई रेटिंग नहीं है क्योंकि हम विलय को लेकर स्पष्टता का इंतजार कर रहे हैं कि यह हो रहा है या नहीं। अगर ज़ी के प्रवर्तक SEBI के​ आदेश पर स्थगन हासिल कर लेते हैं और विलय आगे बढ़ता है तो शेयर की दोबारा रेटिंग गवर्नेंस में सुधार आदि की उम्मीद में हो सकती है।

अगर SEBI के आदेश पर स्थगन मिलता है तो भी ज़ी-सोनी के विलय को लेकर जोखिम बना रहेगा, यानी यह या तो नहीं होगा या अगर होगा तो गोयनका को नई इकाई का सीईओ बनने की इजाजत नहीं मिल सकती है। तब हमें विलय के बाद बनने वाली नई इकाई के परिदृश्य को लेकर आश्वस्त नहीं होंगे। हमारा अनुमान है कि इस शेयर की डी-रेटिंग 10-12 गुने पीई गुणक पर हो सकती है।

First Published : June 21, 2023 | 9:33 PM IST