थोक SMS के जरिए बाजार पर कथित तौर पर असर डालने के मामले में बाजार नियामक SEBI ने 135 इकाइयों को प्रतिभूति बाजार में प्रवेश से रोक दिया है और 126 करोड़ रुपये की अवैध कमाई लौटाने का आदेश दिया है।
ऐसा करने वालों ने प्रभाव डालने वाली इकाइयों के जरिये पहले पांच माइक्रोकैप कंपनियों के शेयर कीमतों व वॉल्यूम में इजाफा किया और फिर थोक SMS के जरिये खरीद की सिफारिश के साथ इन सूचनाओं का प्रसार आम निवेशकों के बीच कर दिया ताकि निवेशक इन्हें खरीदने के लिए आकर्षित हों। बाद में इन्होंने इन कंपनियों के पहले से खरीदे गए शेयर ऊंची कीमतों पर बेचकर मुनाफावसूली कर ली।
SEBI ने पाया कि इसके अंतिम लाभार्थियों में कुछ कंपनियों के प्रवर्तक और ऐसे संदेश के प्रसार के पीछे प्रथम दृष्टया मास्टरमाइंड हनीफ शेख शामिल थे।
बाजार नियामक ने कुल 226 इकाइयों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिनमें पांच स्मॉलकैप कंपनियां मसलन विशाल फैब्रिक्स, जीबीएल इंडस्ट्रीज, मौर्या उद्योग, 7एनआर रिटेल और दार्जिलिंग रोपवे कंपनी शामिल हैं। इस मामले में संभावित तौर पर अवैध कमाई का आंकड़ा करीब 144 करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है।
नियामक ने ऐसी धोखाधड़ी वाली गतिविधियों से निवेशकों को सतर्क किया है, जो थोक SMS, वेबसाइटों, सोशल मीडिया मसलन टेलीग्राम, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि के जरिये प्रासित किए जाते हैं। नियामक ने निवेशकों को सिर्फ SEBI पंजीकृत इंटरमीडियरीज से ही सौदा करने की सलाह दी है।
इस जांच में SEBI ने डिजिटल पहुंच, नकदी जमाओं की रिसीट्स और बैंक लेनदेन का इस्तेमाल SMS भेजने वालों व अन्य इकाइयों की पहचान में की, जो ऐसी अवैध गतिविधियों में शामिल थे।