Stock Market: मई में मामूली नुकसान झेलने के बाद बेंचमार्क सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) ने छह महीने में सबसे अच्छी मासिक बढ़ोतरी दर्ज की। जून में सेंसेक्स 6.6 फीसदी चढ़ा जबकि निफ्टी में 6.9 फीसदी का इजाफा हुआ। यह दिसंबर 2023 के बाद की सबसे अच्छी मासिक बढ़ोतरी है। बढ़ोतरी व्यापक रही और निफ्टी मिडकैप 100 में 7.8 फीसदी जबकि निफ्टी स्म़ॉलकैप 100 में 9.7 फीसदी का इजाफा हुआ।
निफ्टी मिडकैप इंडेक्स (Nifty Midcap Index) के लिए यह महीना नवंबर 2023 के बाद सबसे अच्छा रहा, वहीं निफ्टी स्मॉलकैप 100 के लिए अप्रैल के बाद सबसे अच्छा महीना। मजबूत आर्थिक आंकड़ों और नई सरकार के कामकाज को लेकर उम्मीदों के चलते यह बढ़त दर्ज हुई।
भारत का बाजार पूंजीकरण 27 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 439 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि चुनाव नतीजों के तुरंत बाद बाजारों में गिरावट आई, लेकिन सत्ताधारी राजग के सरकार गठन करने और अहम कैबिनेट मंत्रालय अपने पास रखने के बाद इसमें तेजी से सुधार हुआ। इससे सरकार में नीतिगत निरंतरता का संकेत मिला। मजबूत आर्थिक माहौल से भी मनोबल को मजबूती मिली।
पिछले दो महीने में शुद्ध बिकवाल रहने के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक शुद्ध खरीदार बन गए और उन्होंने 24,387 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। देसी संस्थागत निवेशक 21,975 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे।
देसी संस्थागत निवेशक जुलाई 2023 से ही खरीदार रहे हैं और इस अवधि में उन्होंने 3.3 लाख करोड़ रुपये की खरीदारी की, जिसमें से 2.3 लाख करोड़ रुपये की खरीद इस कैलेंडर वर्ष में हुई।
आईटी, रियल्टी और फाइनैंशियल सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले सेक्टर रहे मगर सरकारी बैंक पिछड़ गए। श्रीराम फाइनैंस, अल्ट्राटेक सीमेंट और विप्रो सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले निफ्टी के शेयर रहे। अदाणी एंटरप्राइजेज, कोल इंडिया और लार्सन ऐंड टुब्रो सबसे ज्यादा गिरे।