Mahindra Share Price: महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) के शेयर सोमवार को इंट्राडे ट्रेड में 4% बढ़कर 3,043.65 रुपये पर पहुंच गए। मजबूत तिमाही नतीजों और बेहतरीन एग्जीक्यूशन के चलते कंपनी के शेयरों में उछाल देखा गया हुआ। इसी के साथ बीते चार हफ्तों में महिंद्रा के शेयरों में 22% की बढ़त देखने को मिली है। 7 अप्रैल 2025 को 2,360.45 के पिछले महीने के निचले स्तर से अब तक शेयर में 29% की रिकवरी हो चुकी है। शेयर ने 10 फरवरी 2025 को 3,276.30 रुपये का ऑल टाइम हाई छुआ था।
महिंद्रा के शेयर दोपहर 2:30 बजे 2.65% चढ़कर ₹3008.05 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि बीएसई सेंसेक्स में केवल 0.38% की बढ़त देखी गई। इस दौरान शेयर में ट्रेडिंग वॉल्यूम भी दोगुने से ज्यादा हो गया। एनएसई और बीएसई पर कुल मिलाकर 29.6 लाख शेयरों की खरीद-फरोख्त हुई।
कंपनी ने बताया कि जनवरी-मार्च तिमाही में स्टैंडअलोन मुनाफा सालाना आधार पर 21.85 प्रतिशत बढ़कर 2,437.14 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 2,000.07 करोड़ रुपये था। महिंद्रा ने तिमाही नतीजों के साथ हर इक्विटी शेयर पर 25.30 रुपये के डिविडेंड की सिफारिश की है। इसका फेस वैल्यू 5 रुपये रखा गया है।
महिंद्रा का स्टैंडअलोन आधार पर ऑपरेशंस से रेवेन्यू सालाना आधार पर 25 प्रतिशत बढ़कर 31,353.40 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले साल इसी तिमाही में 25,182.82 करोड़ रुपये था। तिमाही आधार पर कंपनी के रेवेन्यू में 3 प्रतिशत की मामूली वृद्धि देखी गई।
महिंद्रा का वित्त वर्ष 2024-25 में नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 11 फीसदी बढ़कर 11,854.96 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2023-24 के अंत में यह 10,642.29 करोड़ रुपये था।
ICICI सिक्योरिटीज को M&M के स्टॉक में आगे और तेजी की उम्मीद है। निफ्टी ऑटो इंडेक्स ने सितंबर 2024 के उच्चतम स्तर से 30% की गिरावट के बाद मार्च 2022 और मार्च 2023 के लो को जोड़ने वाली लॉन्ग टर्म ट्रेंडलाइन के पास से बायिंग सपोर्ट दिखाया है। अब इंडेक्स ने गिरती हुई ट्रेंडलाइन को तोड़ा है। इससे स्ट्रक्चरल रिकवरी का संकेत मिला है। इस स्पेस में ब्रोकरेज M&M पर पॉजिटिव है, क्योंकि यह 11 महीने की कंसोलिडेशन रेंज के निचले स्तर से खरीदारी का संकेत दे रहा है।
टेक्निकल एनालिस्ट्स को उम्मीद है कि M&M का शेयर इसी गति को बनाए रखते हुए ₹3,220 तक जा सकता है, जो इसका पिछला रेजिस्टेंस लेवल है। ब्रोकरेज का मानना है कि M&M की नई प्रोडक्ट लॉन्च रणनीति, बाजार से तेज ग्रोथ और 18% या उससे अधिक रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) बनाए रखने की क्षमता इसे लंबी अवधि में मजबूत बना रही है।