Stock Market Update: वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को लगातार दूसरे ट्रेडिंग सेशन में चढ़कर बंद हुआ। आर्थिक मोर्चे पर रिटेल इन्फ्लेशन के मई में घटने से बाजार चढ़कर बंद हुआ। बता दें कि रिटेल महंगाई मई में घटकर 4.7 फीसदी रह गई, जो 12 महीने में इसका सबसे कम आंकड़ा है।
इसके अलावा अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) के इस साल ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से भी शेयर बाजार को समर्थन मिला।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज शानदार तेजी के साथ 77,102.05 अंक पर खुला। हालांकि, कारोबार समाप्त होते-होते बाजार ने अपनी बढ़त कुछ गंवा दी और अंत में 0.27 प्रतिशत या 204.33 अंक चढ़कर 76,810.90 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 77,145.46 अंक तक चला गया था।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ़्टी भी 0.33 फीसदी या 75.95 अंक की बढ़त के साथ 23,398.90 के लेवल पर बंद हुआ।
Top Gainers
सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर सबसे ज्यादा 2.73 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। साथ ही टाइटन, एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, टीसीएस, अल्ट्राटेक सीमेंट, विप्रो और बजाज फाइनेंस के शेयर मुख्य रूप से बढ़त में रहे।
Top Losers
दूसरी तरफ, हिंदुस्तान यूनिलीवर का शेयर सबसे ज्यादा 1.64 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, आईटीसी, एनटीपीसी और टाटा मोटर्स के शेयर गिरकर बंद हुए।
शेयर बाजार में आज तेजी की वजह?
आर्थिक मोर्चे पर मुद्रास्फीति में कमी के आंकड़ों ने आरबीआई की तरफ से आने वाले समय में ब्याज दर में कटौती की उम्मीद बढ़ा दी है। इसके अलावा कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल और इंडस्ट्रियल शेयरों में भारी खरीदारी से भी बाजार के सेंटीमेंट को समर्थन मिला।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटिजिस्ट वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत दोनों में महंगाई के मोर्चे पर अच्छी खबर है। मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पता चलता है कि महंगाई कम होने की प्रक्रिया सही दिशा में आगे बढ़ रही है। बाजार के नजरिये से यह खासकर बैंकिंग क्षेत्र के लिए सकारात्मक खबर है।’’
मई में घटी रिटेल इन्फ्लेशन
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) मई में घटकर 4.7 फीसदी रह गई, जो 12 महीने में इसका सबसे कम आंकड़ा है।
खाने-पीने की चीजों के दाम ऊंचे रहने के बावजूद ईंधन और मुख्य वस्तुओं के दाम नरम होने से खुदरा मुद्रास्फीति नीचे आई है। मगर औद्योगिक उत्पादन में थोड़ी नरमी देखी गई। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) अप्रैल में 5 फीसदी बढ़ा, जबकि मार्च में यह 5.4 फीसदी बढ़ा था।
वैश्विक बाजारों का क्या हाल?
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी रही जबकि जापान के निक्की और चीन के शंघाई कम्पोजिट में नुकसान रहा। यूरोपीय बाजार दोपहर के सेशन के दौरान गिरावट में कारोबार कर रहे थे जबकि अमेरिकी के ज्यादातर बाजार बुधवार को हरे निशान में बंद हुए।