सार्वजनिक क्षेत्र की KIOCL ने गुरुवार को शेयर बाजारों…BSE, NSE और MSE से स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति से संबंधित मानदंडों का अनुपालन नहीं करने के लिए कंपनी पर लगाए गए लगभग 17 लाख रुपये के जुर्माने को माफ करने का अनुरोध किया।
KIOCL ने बीएसई में दायर एक नियामकीय सूचना में कहा कि एक्सचेंजों द्वारा लगाए गए जुर्माने का कंपनी की वित्तीय, परिचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
बोर्ड की संरचना पर मानदंडों का अनुपालन न करना न तो कंपनी द्वारा किसी लापरवाही/चूक के कारण था और न ही KIOCL के प्रबंधन के नियंत्रण में था, और अनुपालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास किए गए थे।
KIOCL ने कहा, ‘‘एनएसई, बीएसई और मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एमएसई) प्रत्येक ने विनियमन -17 (1) का अनुपालन न करने के लिए 5,42,800 रुपये (जीएसटी सहित) का जुर्माना लगाया है।
इसमें आगे कहा गया है कि कंपनी एक सरकारी स्वामित्व वाली इकाई है। भारत के राष्ट्रपति के पास कंपनी के बोर्ड में निदेशक (स्वतंत्र निदेशक सहित) नियुक्त करने का अधिकार है।
इसने कहा कि KIOCL में सभी निदेशकों की नियुक्ति भारत सरकार (जीओआई) द्वारा अपने प्रशासनिक मंत्रालय – इस्पात मंत्रालय (एमओएस) – के माध्यम से की जाती है और केआईओसीएल की किसी भी निदेशक की नियुक्ति में कोई भूमिका नहीं होती है जब तक कि उसे भारत सरकार द्वारा नामित न किया जाए।
कंपनी के बोर्ड में अपेक्षित संख्या में स्वतंत्र निदेशकों के नामांकन के लिए सरकार से अनुरोध किया गया है। इसलिए, तीनों एक्सचेंजों से कंपनी पर लगाया गया जुर्माना माफ करने का अनुरोध किया गया है।