पतंजलि फूड्स की प्रमोटर पतंजलि आयुर्वेद की योजना गुरुवार को OFS के जरिये 9 फीसदी तक हिस्सेदारी (3.25 करोड़ शेयर) बेचने की है। OFS का मूल आकार 7 फीसदी यानी 2.53 करोड़ शेयर तय किया गया है, जिसमें ज्यादा आवेदन स्वीकार करने का विकल्प है।
OFS का फ्लोर प्राइस 1,000 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, जो आखिरी बंद भाव के मुकाबले 18.4 फीसदी कम है। पतंजलि फूड्स का शेयर 1.1 फीसदी की बढ़त के साथ 1,225 रुपये पर बंद हुआ।
इश्यू का मूल आकार 2,534 करोड़ रुपये का बैठता है। ज्यादा आवेदन मिलने की स्थिति में प्रमोटर 3,258 करोड़ रुपये तक के शयेर बेचेंगे।
OFS से कंपनी को न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता के नियमों का अनुपालन करने मे मदद मिलेगी। अभी कंपनी में प्रमोटर शेयरधारिता 80.82 फीसदी है।
मार्च में स्टॉक एक्सचेंजों ने पतंजलि फूड्स में प्रमोटर शेयरधारिता को फ्रीज कर दिया था क्योंकि कंपनी तय समयसीमा में न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता के नियमों का अनुपालन करने में नाकाम रही थी।
2019 में पतंजलि आयुर्वेद ने दिवालिया समाधान प्रक्रिया के तहत रुचि सोया का अधिग्रहण किया और उसका नाम बदलकर पतंजलि फूड्स कर दिया। दिवालिया प्रक्रिया के कारण कंपनी में प्रवर्तक हिस्सेदारी बढ़कर 99 फीसदी हो गई थी।
मार्च 2022 में बाबा रामदेव की अगुआई वाले पतंजलि फूड्स ने सार्वजनिक शेयरधारिता बढ़ाने की खातिर FPO के तहत 650 रुपये के भाव पर 6.62 करोड़ शेयर जारी किए थे। एफपीओ के जरिये 4,300 करोड़ रुपये जुटाए गए, जिसका इस्तेमाल कंपनी ने कर्ज चुकाने में किया।