शेयर बाजार

शेयर बाजार में दूसरे दिन भी गिरावट, FMCG, ऑटो और फार्मा शेयरों में बिकवाली से दबाव

सेंसेक्स 239.31 अंक यानी 0.29 प्रतिशत टूटकर 81,312.32 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 73.75 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,752.45 अंक पर बंद हुआ।

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भाषा   
Last Updated- May 28, 2025 | 9:56 PM IST

स्थानीय शेयर बाजार में बुधवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई का सेंसेक्स 239 अंक के नुकसान के साथ बंद हुआ। आईटीसी और वाहन शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया। दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली आईटीसी में ब्रिटेन की बहुराष्ट्रीय कंपनी बीएटी पीएलसी द्वारा हिस्सेदारी घटाये जाने के बाद कंपनी का शेयर टूटा।

सेंसेक्स 239.31 अंक यानी 0.29 प्रतिशत टूटकर 81,312.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 307.61 अंक तक नीचे आ गया था। इसी तरह, एनएसई का निफ्टी 73.75 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,752.45 अंक पर बंद हुआ।

विश्लेषकों का कहना है कि गुरुवार को वायदा एवं विकल्प खंड में मासिक सौदों के अनुबंध की समाप्ति और जीडीपी तथा औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होने से पहले प्रमुख सूचकांक काफी हद तक सीमित दायरे में रहे। दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी), वाहन और फार्मा शेयरों में गिरावट आई जबकि बैंक, मुख्य रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, मीडिया और ऊर्जा शेयरों में तेजी रही।

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में आईटीसी में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। बीएटी पीएलसी ने थोक सौदे के जरिये 12,927 करोड़ रुपये (1.51 अरब डॉलर) में समूह में 2.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची है। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, नेस्ले, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, पावर ग्रिड, एशियन पेंट्स, सन फार्मा और टेक महिंद्रा भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में बजाज फाइनैंस, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, अदाणी पोर्ट्स और एचसीएल टेक शामिल हैं।

जियोजीत इन्वेस्टमेंट के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘घरेलू सूचकांक सीमित दायरे के साथ नुकसान में रहे। इसका मुख्य कारण एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) से समर्थन की कमी और शेयरों का मूल्यांकन अधिक होना है।’ उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी शुल्क को 90 दिन के लिए टाले जाने की समय-सीमा करीब आने से भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को लेकर चिंता बनी हुई है। यह बाह्य जोखिम पैदा करती है।’

छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉल सूचकांक 0.50 प्रतिशत चढ़ा जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप 0.22 प्रतिशत के नुकसान में रहा। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘बाजार गिरावट के साथ सीमित दायरे में रहा। यूरोपीय बाजारों में कमजोर रुख, गुरुवार को वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों के अनुबंध समाप्त होने से पहले निवेशकों ने अपना निवेश कम किया।’

एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी बढ़त में रहा, जबकि जापान का निक्की 225 सूचकांक, चीन का शांघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारेबार में गिरावट का रुख था।

First Published : May 28, 2025 | 9:42 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)