Closing Bell: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार में पिछले दो ट्रेडिंग सेशन से जारी तेजी पर मंगलवार को ब्रेक लग गयी। अदाणी ग्रुप के शेयरों में बिकवाली का असर शेयर बाजार पर देखने को मिला।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज पिछले बंद भाव के मुकाबले 300 से ज्यादा अंक चढ़कर 80,415.47 अंक पर खुला। हालांकि, बाद में यह उतार-चढ़ाव के बाद 100 से ज्यादा अंक गिर गया। अंत में सेंसेक्स 105.79 अंक या 0.13% गिरकर 80,004.06 पर बंद हुआ। इससे पहले सोमवार को सेंसेक्स लगभग 1000 अंक चढ़कर बंद हुआ था।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी मंगलवार (26 नवंबर) को तेजी के साथ 24,343.30 अंक पर खुला। मगर एक घंटे में बाद लाल निशान में फिसल गया। कारोबार के अंत में निफ्टी 27.40 अंक या 0.11% टूटकर बंद हुआ।
टॉप लूजर्स
सेंसेक्स की कंपनियों में अल्ट्रा टेक सीमेंट का शेयर में सबसे ज्यादा 3.07% गिरकर बंद हुआ। साथ ही अदाणी पोर्ट्स के शेयर में भी 3% से ज्यादा की गिरावट रही। सनफार्मा, एलएंडटी, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक और मारुति के शेयर गिरावट में बंद हुए।
टॉप गेनर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में एशियन पेंट्स का टॉप गेनर रहा। साथ ही इन्फोसिस, जेएसडब्ल्यू स्टील, TCS, टाटा स्टील, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक, टाटा मोटर्स, मारुति, के शेयर प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
शेयर बाजार में 26 नवम्बर को गिरावट की वजह ?
अदाणी ग्रुप के शेयरों में भारी बिकवाली की वजह शेयर बाजार आज गिरकर बंद हुआ।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड में सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा, ”बाजार एक दायरे में कारोबार कर रहे थे और हालिया उछाल के बाद रुककर स्थिर बंद हुए। 24,192 पर बंद होने से पहले निफ्टी एक संकीर्ण दायरे में घूमता रहा। सेक्टोरियल रुझान मिलेजुले रहे। आईटी और एफएमसीजी शेयरों में बढ़त रही, जबकि ऑटो, फार्मा और ऊर्जा लाल निशान में बंद हुए।”
चॉइस ब्रोकिंग में रिसर्च एनालिस्ट मंदार भोजने ने कहा कि निवेशक अनुशासन से रिस्क मैनेजमेंट रणनीतियों को बनाए रखते हुए गिरावट के दौरान निचले समर्थन वाले सेक्टर्स में क्वालिटी वाले स्टॉक्स में निवेश कर सकते हैं।
38 दिन बाद खरीदार बने विदेशी निवेशक
रिकॉर्ड 38 दिनों की बिकवाली के बाद विदेशी निवेशक सोमवार को पहली बार भारतीय शेयरों के नेट बायर बने। फॉरेन इंस्टीट्यूशनल निवेशकों (FIIs) ने सोमवार को 9,947.55 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह आंकड़ा 20 सितंबर के बाद सबसे अधिक है।
अदाणी ग्रुप के शेयर टूटे
बीएसई (BSE) पर अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) 7.05%, एसीसी 1.37%, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस 3.79%, अदाणी एंटरप्राइजेज 4.78%, अदाणी पावर 2.04%, अदाणी टोटल गैस 3.50%, अदाणी विल्मर 2.44% और अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन का शेयर 3.23% तथा अंबुजा सीमेंट्स का शेयर 2.30% गिरकर बंद हुआ।
इस बीच, फिच रेटिंग्स (Fitch ratings) ने अदाणी ग्रुप की चार कंपनियों का आउटलुक बदलकर ‘नेगेटिव’ कर दिया है। जबकि तीन कंपनियों को ‘रेटिंग वॉच नेगेटिव’ में रखा है। रेटिंग एजेंसी ने अमेरिकी में अदाणी ग्रीन एनर्जी के बोर्ड पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद इन कंपनियों की रेटिंग को घटाया है।
इसके अलावा वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज रेटिंग्स (moody’s ratings) ने भी अदाणी ग्रुप की 7 कंपनियों की रेटिंग को घटा दिया है और आउटलुक को स्टेबल से नेगेटिव कर दिया है।
अमेरिकी में लगे आरोप के बाद से अदाणी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों को मंगलवार समेत चार सत्रों में बाजार मूल्य के लिहाज लगभग 34 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। हालांकि, समूह ने आरोपों से इनकार किया है और उन्हें “निराधार” बताया है।