शेयर बाजार

छह महीने के सर्वोच्च स्तर पर बेंचमार्क सूचकांक, RBI की तरफ से ब्याज दरों में बदलाव न होने की उम्मीद

Published by
बीएस संवाददाता   
Last Updated- June 07, 2023 | 11:38 PM IST

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की खरीदारी और RBI की तरफ से गुरुवार को ब्याज दरें अपरिवर्तित रखे जाने की उम्मीद के बीच भारतीय इक्विटी बेंचमार्क छह महीने के सर्वोच्च स्तर पर बंद हुए। सेंसेक्स 350 अंक यानी 0.5 फीसदी चढ़कर 63,143 पर बंद हुआ। निफ्टी ने 127 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 18,726 पर कारोबार की समाप्ति की। सेंसेक्स व निफ्टी​ का बंद स्तर 1 दिसंबर, 2022 के बाद का सर्वोच्च स्तर है और तब ये दोनों क्रमश: 63,284 न 18,813 पर अपने-अपने सर्वोच्च स्तर पर बंद हुए थे।

विशेषज्ञों ने कहा, बाजारों में मजबूत रफ्तार को देखते हुए सूचकांक एक या दो दिन में नई ऊंचाई को छू लेंगे।

एक्सचेंजों के अनंतिम आंकड़ों के मुताबिक, FPI बुधवार को 1,382 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे। जून में अब तक FPI 7,731 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे हैं और इस साल अब तक उनकी खरीदारी 36,990 करोड़ रुपये की रही है। उम्मीद के मुताबिक रही कंपनियों की आय और सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों ने विदेशी निवेशकों को भारत पर तेजी का नजरिया बनाए रखने में मदद की है।

RBI मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के नतीजे का ऐलान गुरुवार को करेगा। उम्मीद की जा रही है कि RBI रीपो दर अपरिवर्तित रखेगा क्योंकि उपभोक्ता कीमत पर आधारित महंगाई दर अपने ऊपरी स्तर 6 फीसदी से नीचे आई है।

Also read: IKIO Lighting IPO: दूसरे दिन भी Ikeo Lighting के आईपीओ को शानदार रेस्पोंस, 6.83 गुना हुआ सब्सक्राइब

बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात मजबूत रहा और BSE में 2,259 शेयर चढ़े जबकि 1,302 में गिरावट आई। सेंसेक्स में शामिल 80 फीसदी शेयर चढ़े। रिलायंस इंडस्ट्रीज में 0.7 फीसदी का इजाफा हुआ और सेंसेक्स की बढ़त में उसका योगदान सबसे ज्यादा रहा। बढ़ोतरी व्यापक आधारित थी और बीएसई मिडकैप इंडेक्स 1.05 फीसदी और बीएसई स्मॉलकैप 1.2 फीसदी चढ़ा।

Also read: मई में बढ़े 21 लाख नए डीमैट अकाउंट, रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंची कुल संख्या

रेलिगेयर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्र ने कहा, निफ्टी ने अंतत: 18,700 का अवरोध पार कर लिया है, लेकिन बैंकिंग पैक का मौजूदा कमजोर प्रदर्शन अभी भी सेंटिमेंट पर असर डाल रहा है। मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजे और गुरुवार की एक्सपायरी के कारण हम बाजार में अस्थिरता देख सकते हैं। इन सभी के बीच हम अपना सकारात्मक नजरिया दोहरा रहे हैं और अग्रणी क्षेत्रों में मौके तलाशने का सुझाव देते हैं।

आगे के संकेत के लिए निवेशक मौ​द्रिक नीति समिति के फैसले के अलावा अमेरिका व चीन के आर्थिक आंकड़ों पर नजर रखेंगे।

First Published : June 7, 2023 | 8:25 PM IST