बेंचमार्क सूचकांकों में बुधवार को लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज हुई क्योंकि निवेशकों ने हालिया गिरावट को काफी अधिक माना और पिटे हुए मूल्यांकन वाले शेयरों में खरीद की। बेंचमार्क निफ्टी-50 इंडेक्स 206 अंक चढ़कर 23,163 पर बंद हुआ और इसकी दो दिन की बढ़त 1.51 फीसदी पर पहुंच गई। सोमवार को सूचकांक सात महीने के निचले स्तर के करीब 22,829 पर बंद हुआ था।
व्यापक बाजारों में भी तेजी दर्ज हुई और निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में क्रमश: 2.3 फीसदी व 3.3 फीसदी की उछाल आई। सेंसेक्स 632 अंक चढ़कर 76,533 पर बंद हुआ। सेंसेक्स की बढ़त में तकनीकी शेयरों ने सबसे ज्यादा योगदान किया। 2.8 फीसदी चढ़ने वाले इन्फोसिस का योगदान सेंसेक्स की बढ़त में सबसे अधिक रहा जिसके बाद जोमैटो (6.8 फीसदी) और टीसीएस (1.5 फीसदी) का स्थान रहा।
निफ्टी आईटी इंडेक्स पिछले दो कारोबारी सत्रों में 4 फीसदी टूटने के बाद बुधवार को 2.62 फीसदी चढ़ा जब वैश्विक तकनीकी शेयरों में सुधार दर्ज हुआ क्योंकि कम लागत वाले नए चीनी एआई मॉडल को लेकर चिंता कम हुई। बैंकिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्र के शेयरों की माप करने वाले इंडेक्स में भी सुधार हुआ जिसे बैकिंग व्यवस्था में नकदी डालने की खबरों से सहारा मिला।
बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर में बढ़त के बाद ऑटो इंडेक्स में भी बढ़ोतरी हुई क्योंकि उन्होंने बेहतर तिमाही मुनाफा दर्ज किया और ठीक-ठाक मांग और निर्यात वृद्धि का अनुमान जताया। मारुति सुजूकी का शेयर एक फीसदी से ज्यादा टूट गया क्योंकि कंपनी के तिमाही नतीजे बड़ी छूट के कारण बाजार अनुमान से कमतर रहे। विशेषज्ञों ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की सतत बिकवाली के बीच निवेशकों का मिजाज सतर्कता भरा रहा। बुधवार को एफपीआई ने 2,586 करोड़ रुपये की बिकवाली की वहीं देसी संस्थानों ने 1,793 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि भारतीय बाजार ने आगामी केंद्रीय बजट में उपभोग और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करने के उपायों की उम्मीदों के साथ मजबूती का प्रदर्शन किया है। स्मॉल और मिडकैप शेयरों में राहत भरी तेजी का अनुभव हुआ, जबकि प्रमुख सूचकांकों का इंडेक्स वैल्यूएशन 5 साल के औसत पर कारोबार कर रहा है जो मजबूत दीर्घकालिक घरेलू परिदृश्य को देखते हुए आकर्षक लगता है।