बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में बढ़ोतरी दर्ज हुई, जो सितंबर के बाद बढ़त का सबसे लंबा सिलसिला है। बाजारों में बढ़त को एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में इजाफे से सहारा मिला, जो सबसे ज्यादा भार वाले दो शेयर हैं। सकारात्मक वैश्विक संकेतों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की मजबूत खरीदारी से मनोबल को मजबूती मिली।
मंगलवार को एफपीआई 3,665 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे, वहीं देसी संस्थानों ने 251 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। एफपीआई की खरीदारी का आंकड़ा 25 नवंबर के बाद का सबसे ऊंचा आंकड़ा है और तब उन्होंने एमएससीआई के पुनर्संतुलन के कारण 9,948 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
सेंसेक्स 598 अंक यानी 0.74 फीसदी की बढ़त के साथ 80,846 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी-50 इंडेक्स 194 अंकों के इजाफे के साथ 24,470 पर बंद हुआ। पिछले तीन कारोबारी सत्रों में दोनों सूचकांकों में 2.2 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है।
पिछली बार सेंसेक्स व निफ्टी में तीन या इससे ज्यादा सत्रों में बढ़ोतरी सितंबर में नजर आई थी जब दोनों ने अपने-अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंचे थे।
ज्यादातर एशियाई बाजार इस कयास में चढ़े कि चीन के अधिकारी सेंट्रल इकनॉमिक वर्क कॉन्फ्रेंस में और प्रोत्साहन जारी करेंगे, जहां देश के आला नेतागण आगामी वर्ष के लिए आर्थिक प्राथमिकता तय करेंगे।
बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि मूल्यांकन को लेकर सहजता उभरी है क्योंकि बेंचमार्क सूचकांक सितंबर के अपने-अपने रिकॉर्ड स्तर से तेजी से नीचे आए हैं। हालिया सुधार के बावजूद निफ्टी अभी भी सितंबर के स्तर से 7 फीसदी नीचे है।
अग्रणी भार वाला एचडीएफसी बैंक 1.24 फीसदी चढ़ा और सेंसेक्स व निफ्टी की बढ़त में सबसे ज्यादा योगदान किया। यह शेयर 1,827 रुपये की नई ऊंचाई पर बंद हुआ। बेंचमार्क सूचकांकों में दूसरा सबसे बड़ा भार रखने वाला रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.1 फीसदी का इजाफा हुआ और उसने तीन की बढ़त 4.1 फीसदी पर पहुंचा दी।
एफएमसीजी व रियल्टी को छोड़कर एनएसई के सभी क्षेत्रीय सूचकांकों में बढ़ोतरी हुई, जिनमें क्रमश: 0.5 फीसदी व 0.2 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई।
एफएमसीजी शेयरों में मीडिया की इस खबर के बीच गिरावट आई कि सरकार कार्बोनेटेड डिंक्स, सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों पर जीएसटी मौजूदा 28 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी करने की योजना बना रही है।
बर्नस्टीन की तरफ से आउटपरफॉर्म रेटिंग दोहराए जाने के कारण अदाणी पोर्ट्स का शेयर 6 फीसदी उछला, जो सेंसेक्स व निफ्टी के शेयरों में सबसे ज्यादा है। बर्नस्टीन ने जेएसडब्ल्यू इन्फ्रा व कंटेनर कॉरपोरेशन के मुकाबले सस्ते मूल्यांकन का हवाला देते हुए ये बातें कही है।