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Closing Bell: टैरिफ पर ब्रेक से टॉप गियर में स्टॉक मार्केट, सेंसेक्स 1310 अंक चढ़ा; निफ्टी 22,829 पर बंद, Tata Steel टॉप गेनर

ट्रंप 9 अप्रैल को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अमेरिका, ज्यादातर देशों से होने वाले आयात पर अगले तीन महीनों तक नया टैरिफ नहीं लगाएगा।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 11, 2025 | 3:59 PM IST

Stock Market Closing Bell, April 11: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के चुनिंदा देशों पर 90 दिन तक ‘टैरिफ पॉज’ से पॉजिटिव संकेत लेते हुए भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार (11 अप्रैल) को जोरदार तेजी के बंद हुए। टैरिफ पर रोक से राहत महसूस कर रहे मेटल और फाइनेंशियल स्टॉक्स ने बाजार में दम भर दिया। इससे निवेशकों की वेल्थ में 7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हुआ।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज यानी शुक्रवार को लगभग 1000 अंक उछलकर 74,835.49 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 75,467 अंक तक चला गया था। अंत में सेंसेक्स 1310.11 अंक या 1.77% की तेजी लेकर 75,157.26 पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 भी 300 से ज्यादा अंक की बढ़त लेकर 22,695.40 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 500 से ज्यादा अंक उछलकर 22,923.90 तक चला गया था। अंत में निफ्टी 429.40 अंक या 1.92% के उछाल के साथ 22,828.55 पर क्लोज हुआ।

टॉप गेनर्स

सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का सबसे ज्यादा बढ़कर बंद हुआ। इसमें लगभग 5% की तेजी आई। इसके अलावा पावर ग्रिड, एनटीपीसी, रिलायंस, अदाणी पोर्ट्स, कोटक बैंक, इटरनल (जोमैटो का नया नाम), बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, सनफार्मा, टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस प्रमुख रूप से बढ़त में रहे।

टॉप लूजर्स

दूसरी तरफ, सिर्फ एशियन पेंट्स और टीसीएस के शेयर लाल निशान में बंद हुए। जनवरी-मार्च तिमाही -2024-25 के नतीजे कमजोर रहने के चलते टीसीएस के शेयरों में गिरावट आई। हालांकि, कारोबार के दौरान इनमें 1% तक की तेजी भी आई थी।

बाजार में तेजी के पीछे क्या हैं कारण?

1. अमेरिका ने 75 देशों, जिनमें भारत भी शामिल है, पर लगने वाले रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए टालने का निर्णय लिया। ये वो देश हैं जिन्होंने अमेरिका से व्यापार वार्ता की पहल की है। हालांकि, इस दौरान 10 प्रतिशत के एकतरफा शुल्क (unilateral tariffs) लागू रहेंगे। ट्रंप ने साफ किया कि इन 75 देशों से अगले 3 महीनों तक कोई पारस्परिक शुल्क नहीं वसूला जाएगा।

2.  जहां भारत को 90 दिन की राहत दी गई है, वहीं अमेरिका ने चीन पर 145 प्रतिशत का भारी-भरकम टैरिफ लगा दिया है। इसमें 125 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ और 20 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क शामिल है, जो चीन से अमेरिका में कथित तौर पर फेंटानिल की सप्लाई को लेकर लगाया गया है। जवाबी कार्रवाई में चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर रोक लगाने के कई कदम उठाए हैं। उदाहरण के लिए चीन ने अपने देश में हॉलीवुड फिल्मों की रिलीज़ की संख्या घटाने का फैसला लिया है।

3. टैरिफ में छूट के इस समय का लाभ उठाते हुए भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत जोरों पर है। अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने बताया कि अमेरिका “चीन के पड़ोसियों” जैसे जापान, दक्षिण कोरिया और भारत के साथ व्यापार वार्ताएं कर रहा है।

4. शुक्रवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 45 पैसे मजबूत होकर 86.24 पर खुला। दिन के दौरान यह 85.955 के उच्च स्तर तक पहुंच गया। इसकी वजह डॉलर इंडेक्स में गिरावट और तेल की कीमतों में आई कमी रही, जो अमेरिका-चीन तनाव से जुड़ी है। मजबूत रुपया विदेशी निवेशकों (FIIs) के लिए भारतीय बाज़ार को आकर्षक बनाता है। इससे एफआईआई निवेश को सहारा मिल सकता है।

ट्रंप ने टैरिफ पर 90 दिन तक लगाई रोक

ट्रंप 9 अप्रैल को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अमेरिका, ज्यादातर देशों से होने वाले आयात पर अगले तीन महीनों तक नया टैरिफ नहीं लगाएगा। इस घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में उम्मीद का माहौल बना है। इससे भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के पहले चरण को जल्द अंतिम रूप देने का रास्ता साफ हो सकता है।

हालांकि, ट्रंप सरकार ने चीन से होने वाले आयात पर कुल शुल्क को बढ़ाकर 145% कर दिया है। इसके बावजूद कुछ खास श्रेणियों जैसे—कॉपर, फार्मास्यूटिकल्स, सेमीकंडक्टर्स और ऊर्जा उत्पादों को इस बढ़े हुए शुल्क से छूट दी गई है। इससे ग्लोबल मार्केट में अस्थिरता बनी हुई है और एशिया-पैसिफिक के बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है।

गुरुवार को जोरदार तेजी के बाद जापान का निक्केई 225 इंडेक्स आज 4.55% गिर गया। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.66% टूटा और ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 करीब 1.93% नीचे रहा।

ग्लोबल संकेत कमजोर

अमेरिकी शेयर बाजारों में बुधवार को भारी गिरावट रही, जिसके असर से गुरुवार को एशियाई बाजारों की शुरुआत भी कमजोर रही। गुरुवार देर रात अमेरिकी स्टॉक फ्यूचर्स में भी कमजोरी दिखी। S&P 500 फ्यूचर्स में 0.99%, Nasdaq 100 फ्यूचर्स में 1.11% और Dow Jones फ्यूचर्स में 0.86% की गिरावट आई।

बुधवार को Dow Jones इंडस्ट्रियल एवरेज 2.50% गिरकर 39,593.66 पर बंद हुआ, S&P 500 में 3.46% की गिरावट रही और यह 5,268.05 पर बंद हुआ, जबकि Nasdaq 4.31% गिरकर 16,387.31 पर आ गया।

भारतीय शेयर बाजार 10 अप्रैल को महावीर जयंती की वजह से बंद रहे। हालांकि शुक्रवार सुबह 7:13 बजे GIFT Nifty फ्यूचर्स 22,943 पर कारोबार कर रहे थे, जो पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले करीब 460 अंक ऊपर हैं। इससे संकेत मिलते हैं कि भारतीय बाजार शुक्रवार को मजबूत शुरुआत कर सकते हैं।

First Published : April 11, 2025 | 8:16 AM IST