भारतीय म्युचुअल फंड उद्योग बढ़त की राह पर है। अगस्त 2024 एक और शानदार महीना रहा जब निवेशकों ने इक्विटी केंद्रित योजनाओं में 38,239 करोड़ रुपये का निवेश किया। यह अब तक का दूसरा सबसे बड़ा निवेश आंकड़ा है, साथ ही यह सकारात्मक निवेश का लगातार 42वां महीना है।
सेक्टोरल और थीमेटिक फंड निवेशकों के पसंदीदा बने हुए हैं। किसी विशेष क्षेत्र या थीम पर ध्यान केंद्रित करने वाले इन फंडों ने अकेले अगस्त में 18,117 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया। यह रकम माह के दौरान पेश एनएफओ में मिले निवेश का 73 फीसदी से ज्यादा है। निवेशकों ने स्पष्ट तौर पर इन फंडों से मिलने वाले संभावित रिटर्न को लेकर उत्साह जताया, जो तकनीक से लेकर स्वास्थ्य सेवा और बुनियादी ढांचा व अक्षय ऊर्जा से संबंधित थे।
मोतीलाल ओसवाल ने आंकड़ों के विश्लेषण के जरिये बताया है कि म्युचुअल फंडों ने अगस्त में तकनीक, हेल्थकेयर, रिटेल, कंज्यूमर, एनबीएफसी और टेलिकॉम में रुचि प्रदर्शित की। इससे मासिक आधार पर उनके भारांक में इजाफा हुआ। इसके उलट पूंजीगत सामान, निजी बैंक, यूटिलिटीज, पीएसयू बैंक, ऑटोमोबाइल, केमिकल और इन्फ्रास्ट्रक्चर में मासिक आधार पर भार में नरमी देखने को मिली।
अगस्त 2024 में म्युचुअल फंडों के लिए निजी बैंक (15.9 फीसदी) सबसे ज्यादा होल्डिंग वाला क्षेत्र रहा। इसके बाद तकनीक (9.2 फीसदी), ऑटोमोबाइल (8.6 फीसदी) और पूंजीगत सामान (7.6 फीसदी) का स्थान रहा। रिटेल, हेल्थकेयर, तकनीक, बीमा और दूरसंचार क्षेत्र ने मासिक आधार पर वैल्यू में अधिकतम बढ़ोतरी दर्ज की।