प्रिंट मीडिया क्षेत्र की प्रमुख बैनेट एंड कॉलमैन कंपनी आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक, कंपनी एक साल के अंदर आईपीओ लाएगी, लेकिन इश्यू कब आएगा और वह कितने का होगा, उसके बारे में अभी निर्णय नहीं लिया गया है। इस बारे में पूछने पर कंपनी के चीफ एक्जिक्यूटिव ऑफिसर (पब्लिशिंग) रवि धारीवाल ने कहा कि अभी इस मसले पर बात चल रही है, लेकिन किसी निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका है।
सूत्रों का कहना है कि कंपनी को 1200 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है और वह न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में भी सूचीबद्ध होने की योजना बना सकती है। गौरतलब है कि ज्यादातर भारतीय समाचार पत्र कंपनियां परंपरागत रूप से पारिवारिक व्यवसाय का हिस्सा रही हैं, लेकिन हाल के दिनों में इसमें काफी बदलाव आया है और कंपनियां बाहरी स्रोतों से पूंजी जमा करने के लिए स्टॉक मार्केट में भी सूचीबद्ध होने में रुचि दिखा रही हैं।
पिछले कुछ सालों के दौरान हिंदुस्तान टाइम्स, डेक्कन क्रॉनिकल, दैनिक जागरण और संदेश ने भी शेयर बाजार के जरिए पैसा जुटाया है, जबकि इनाडु ने हाल ही में पब्लिक इक्विटी जारी किया है। द हिंदू भी प्राइवेट इक्विटी इन्वेस्टर से बात कर रही है, वहीं इंडियन एक्सप्रेस का भी ऐसा ही कुछ इरादा है। दैनिक भास्कर अपने गुजराती और अंग्रेजी संस्करणों के लिए बाजार से पैसा जुटाने का मन बना रहा है।