Stallion India IPO: स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स का आईपीओ निवेशकों के लिए खुलने के पहले ही बड़ी खबर बना हुआ है। ये आईपीओ 16 जनवरी 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा, और कंपनी इस ऑफर से करीब 199.45 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। 15 जनवरी को एंकर निवेशकों के लिए बोलियां लगाई जा रही हैं।
इस ऑफर में कंपनी 1,78,58,740 नए शेयर जारी कर रही है और प्रमोटर शहजाद शेरीयर रुस्तमजी अपने 43,02,656 शेयर बेच रहे हैं। आईपीओ का प्राइस बैंड 85-90 रुपये है, और अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो आपको कम से कम 165 शेयरों के लिए 14,850 रुपये लगाने होंगे। ज्यादा दिलचस्पी हो तो 13 लॉट यानी 2,145 शेयरों के लिए 1,93,050 रुपये तक की बोली लगा सकते हैं।
ग्रे मार्केट में धमाल
ग्रे मार्केट में स्टैलियन इंडिया के शेयरों की डिमांड जबरदस्त है। इन अनलिस्टेड शेयरों का भाव 138 रुपये तक पहुंच गया है, जो ऊपरी प्राइस बैंड से 53.33% ज्यादा है। ये प्रीमियम इस आईपीओ को और भी खास बना रहा है।
कब मिलेगा शेयर और कब होगी लिस्टिंग?
स्टैलियन इंडिया का आईपीओ 20 जनवरी तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा। शेयरों का अलॉटमेंट 21 जनवरी को होगा, और जिन निवेशकों को शेयर मिलेंगे, उनके डीमैट अकाउंट में ये 22 जनवरी तक आ जाएंगे। 23 जनवरी को स्टैलियन इंडिया बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो जाएगी।
पैसा कहां लगेगा?
इस आईपीओ से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने कारोबार को बढ़ाने में करेगी। खासतौर पर, कंपनी अपनी महाराष्ट्र के खालापुर प्लांट में सेमीकंडक्टर और गैस डिबल्किंग प्लांट और आंध्र प्रदेश के मम्बट्टू प्लांट में रेफ्रिजरेंट डिबल्किंग प्रोजेक्ट पर खर्च करेगी। इसके अलावा, कार्यशील पूंजी और दूसरे कॉर्पोरेट खर्चों के लिए भी ये रकम इस्तेमाल होगी।
स्टैलियन इंडिया के बारे में
2002 में शुरू हुई स्टैलियन इंडिया का मुख्य काम रेफ्रिजरेंट और इंडस्ट्रियल गैस की प्रोसेसिंग, ब्लेंडिंग और डीबल्किंग है। कंपनी मुंबई से संचालित होती है और इसके प्लांट महाराष्ट्र, राजस्थान और हरियाणा में हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का मुनाफा 51% बढ़कर 14.78 करोड़ रुपये पहुंच गया, जबकि रेवेन्यू 233.23 करोड़ रुपये रहा।