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यूलिप निवेशक चले डेट की शरण में

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 08, 2022 | 9:46 AM IST

बाजार में लगातार गिरावट से यूलिप निवेशकों के निवेश का मूल्य लगातार कम होता जा रहा है। आगे नुकसान से बचने के लिए वे इक्विटी की ज्यादा हिस्सेदारी वाली योजना से डेट आधारित या बैलेंस्ड योजना का रुख कर रहे हैं।


हालांकि निवेश सलाहकार उन्हें इससे बचने के लिए कह रहे हैं क्योंकि सूचकांक पहले ही काफी अधिक गिर चुका है और उनके निवेश का मूल्य भी घट रहा है।

बीमा कंपनियों के अनुसार इस तरह योजना बदलने के लिए आवेदन करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अब तक 10 फीसदी यूलिप योजना धारक गारंटीशुदा रिटर्न देने वाली योजना चुन चुके हैं।

लेकिन अब से तीन माह पहले इस तरह योजना बदलने वालों की संख्या काफी कम । आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और उत्पाद तथा बिक्री प्रशिक्षण प्रमुख प्रणव श्रीवास्तव ने बताया कि लगभग 3 से 10 फीसदी निवेशक ऐसे फंडों से बाहर निकल रहे हैं, जो 90 फीसदी राशि इक्विटी में और 10 फीसदी राशि डेट, बैलेंस या फिर डेट फंडों में निवेश करते हैं।

मैक्स न्यूयार्क लाइफ के मुख्य विपणन अधिकारी देवाशीष सरकार ने बताया कि 10 फीसदी निवेशक यूलिप से बाहर निकल रहे हैं। लेकिन अब तक ज्यादा बड़ी संख्या में निवेशक यूलिप से बाहर नहीं आए हैं। हां, बिक्री पर जरूर असर पड़ा है क्योंकि लोग खरीद को टाल रहे हैं।

एक योजना से दूसरी योजना में जाने के लिए अधिकतर कंपनियां निवेशक से चार बार शुल्क नहीं वसूलती हैं। इसके बाद हर बार योजना बदलने पर 500 रुपये तक का शुल्क देना पड़ता है।

एसबीआई लाइफ के मुख्य वित्तीय अधिकारी अनुज अग्रवाल ने बताया कि एसेट एलोकेशन के तहत 80 फीसदी शेयर अब इक्विटी में जा रहा है। दो माह पहले यह 90 फीसदी के स्तर पर हो रहा था।

इस तरह निवेशकों के जोखिम वाली यूलिप छोड़कर सुरक्षित निवेश माध्यमों की ओर मुड़ने की संख्या बढ़ने के चलते आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड एश्योर्ड फंड रिटर्न नया फंड विकल्प देने जा रहीं हैं।

यह फंड विकल्प मौजूदा फंडों पर ही उपलब्ध होगा जिसके तहत निवेशक को लाइफ स्टेज पेंशन, लाइफ स्टेज आरपी, लाइफ टाइम गोल्ड और लाइफ टाइम सुपर पेंशन आदि चार विकल्प उपलब्ध होंगे। इसमें 10 रुपये की एनएवी पर 15.03 रुपये के सम एश्योर्ड की गारंटी होगी।

एंजेल ब्रोकिंग के डायरेक्टर (वेल्थ मैनेजमेंट ग्रुप) एच देवनाथ ने बताया कि लोग इक्विटी निवेश को लेकर बेहद पुरातनपंथी हो चले हैं और अपना एसेट एलोकेशन बढ़ा रहे हैं जबकि उनका पोर्टफोलियो कम से कम 20 फीसदी डेट निवेश के साथ संतुलित होना चाहिए।

First Published : December 17, 2008 | 9:19 PM IST