Best ways to save taxes: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को पेश बजट में मिडिल क्लास को बड़ी राहत देते हुए इनकम टैक्स में छूट देने का ऐलान किया। टैक्स में छूट के तहत टैक्सपेयर्स को एक साल में 12.75 लाख रुपये (75,000 रुपये की स्टैंडर्ड डिडक्शन सहित) तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। छूट सीमा सात लाख रुपये से बढ़ाकर 12 लाख रुपये किये जाने से एक करोड़ लोग टैक्स के दायरे से बाहर हो जाएंगे। वित्त मंत्री का यह तोहफा अगले फाइनैंशिल ईयर (2025-26) से लागू होगा। मगर वर्तमान फाइनैंशियल ईयर 2024-25 का क्या? यह अपने अंतिम पड़ाव पर है और इसके खत्म होने में 2 महीने से भी कम का समय बचा है। ऐसे में सर्दी के इस मौसम में भी उन टैक्सपेयर्स को पसीने छूट रहे है जिन्होंने अभी तक अपनी टैक्स प्लानिंग पूरी नहीं की है। क्योंकि टैक्स में बचत के लिए निवेश के प्रमाण जमा करने की आखिरी तारीख करीब है, और कई लोग यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि कहां निवेश करें। यहां हम आपको कुछ बेहतरीन सेविंग स्कीम्स के बारे में बता रहे हैं, जिनमें निवेश करके आप टैक्स बचा सकते है और बढ़िया रिटर्न हासिल कर डबल फायदा उठा सकते है।
ELLS या इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम म्युचुअल फंड्स की एक ऐसी स्कीम है जो मुख्य रूप से इक्विटी में निवेश करते हैं और आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स बचत का लाभ भी प्रदान करते हैं। इसमें मिनिमम 500 रुपये से निवेश किया जा सकता है। ELSS में 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, जो अन्य टैक्स सेविंग ऑप्शंस के मुकाबले सबसे कम है। ELSS हाई रिटर्न और टैक्स बचत की संभावना प्रदान करता है, जिससे यह लॉन्ग टर्म निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सिक्योर और टैक्स-फ्री निवेश विकल्प है, जिसमें आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। इसमें मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी की राशि भी पूरी तरह टैक्स-फ्री होती है। यह उन निवेशकों के लिए बेहतर जो लॉन्ग टर्म में निवेश करना चाहता है।
टैक्स सेविंग के लिहाज से नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) निवेश का एक बेहतरीन विकल्प है। इस सरकारी पेंशन स्कीम के साथ एक और बड़ी बात यह है कि इसमें दोनों यानी पुरानी और नई टैक्स व्यवस्था (tax regime) के तहत टैक्स बेनिफिट मिलता है। इस स्कीम में इक्विटी में भी एक्सपोजर है। इसलिए रिटायरमेंट के बाद बेहतर रिटर्न की भी गुंजाइश बनती है।
NPS के तहत, सेक्शन 80CCD (1B) के तहत 50,000 रुपये और 80C के तहत 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त छूट मिलती है। यह योजना आपको टैक्स बचाने के साथ-साथ सुरक्षित भविष्य की भी गारंटी देती है।
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) बीमा और निवेश का एक संयुक्त प्लान है। इसमें प्रीमियम का एक हिस्सा जीवन बीमा के लिए रखा जाता है, और बाकी रकम बाजार में निवेश की जाती है। यह योजना लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती है और आपातकालीन परिस्थितियों में परिवार की सुरक्षा देती है। यह पांच साल की लॉक-इन अवधि के साथ आता है। इसमें प्रीमियम पर टैक्स छूट मिलती है और मैच्योरिटी राशि भी टैक्स-फ्री होती है।
सुकन्या समृद्धि योजना एक सरकारी बचत योजना है, जिसे “बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” पहल के तहत खास तौर पर बेटियों के लाभ के लिए शुरू किया गया है। इस योजना के तहत 10 साल या उससे कम उम्र की बेटी के माता-पिता या अभिभावक खाता खोल सकते हैं। इस योजना में उच्च ब्याज दर के साथ कई टैक्स लाभ भी मिलते हैं। इसमें 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है और इसका रिटर्न भी टैक्स-फ्री होता है।