भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया। यह लगातार सातवीं बार है जब आरबीआई ने नीतिगत दरों (रेपो रेट) में कोई बदलाव नहीं किया है। मई 2022 के बाद से कुल 250 आधार अंकों की छह बार बढ़ोतरी के बाद उन्होंने पिछले साल अप्रैल में दरें बढ़ाना बंद कर दिया था।
FD की ब्याज दरों पर क्या असर पड़ेगा?
Bankbazaar.com के सीईओ आदिल शेट्टी ने कहा, आरबीआई द्वारा अपनी नीतियों (रेपो रेट) को अपरिवर्तित रखने से, सावधि जमा (FD) ब्याज दरें स्थिर रहने की उम्मीद है। यह FD निवेशकों, विशेष रूप से रिटायर्ड और रूढ़िवादी निवेशकों के लिए अच्छी खबर है जो निश्चित आय और अपनी पूंजी सुरक्षित रखना चाहते हैं।
शेट्टी का सुझाव: FD में निवेश करें, ब्याज दरें बढ़ने की संभावना
शेट्टी का सुझाव है कि आने वाले समय में मुद्रास्फीति (Inflation) बढ़ सकती है। इसके आधार पर, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) साल के अंत तक ब्याज दरों (Interest Rates) में वृद्धि कर सकता है। इसलिए, उनका सुझाव है कि अभी सावधि जमा (Fixed Deposit – FD) में निवेश करना एक स्मार्ट कदम हो सकता है, क्योंकि मौजूदा ब्याज दरें अपेक्षाकृत ज्यादा हैं।
आमतौर पर, छोटे वित्त बैंकों (Small Finance Banks) और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (Non-Banking Financial Companies – NBFC) द्वारा सबसे ज्यादा ब्याज दरें (FD Rates) दी जाती हैं। इसके बाद, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (Public Sector Banks) और प्रमुख प्राइवेट क्षेत्र के बैंक (Private Sector Banks) आते हैं।
कुछ प्राइवेट सेक्टर बैंक जो हाई FD दरें ऑफर करते हैं, उनमें शामिल हैं:
सावधि जमा (FD) की विशेषताएं:
न्यूनतम जमा राशि: यह कम से कम 100 रुपये से शुरू होती है, लेकिन यह बैंक या वित्तीय संस्था के अनुसार अलग हो सकती है।
अवधि: आप 7 दिन से लेकर 10 वर्ष तक की अवधि के लिए FD खोल सकते हैं।
ब्याज दर: आमतौर पर, FD की पूरी अवधि के दौरान ब्याज दर स्थिर होती है। कुछ बैंक बाहरी बेंचमार्क से जुड़ी दरों के साथ योजनाएं ऑफर करते हैं, जिसका अर्थ है कि ब्याज दरें समय के साथ बदल सकती हैं।
ब्याज भुगतान विकल्प:
आप अपनी सुविधानुसार ब्याज भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं। विकल्पों में मासिक, तिमाही, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक भुगतान शामिल हैं। आप चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) का विकल्प भी चुन सकते हैं।
सावधि जमा (FD) के लाभ:
1. सुरक्षित और पूर्वानुमानित रिटर्न:
FD एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, क्योंकि जमा राशि बैंक द्वारा बीमाकृत होती है। आपको पहले से पता होता है कि आपको कितना ब्याज मिलेगा।
2. जमा बीमा:
जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम (DICGC) द्वारा 5 लाख रुपये तक का जमा बीमा प्रदान किया जाता है। इसका मतलब है कि यदि बैंक दिवालिया हो जाता है, तो भी आपको अपनी जमा राशि का भुगतान मिल जाएगा।
3. कर लाभ:
टैक्स-सेविंग FD योजनाओं पर धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स कटौती प्राप्त की जा सकती है।
4. कॉलेटरल के रूप में उपयोग:
आप अपनी FD का उपयोग ऋण या सुरक्षित क्रेडिट कार्ड के लिए कॉलेटरल के रूप में कर सकते हैं।