भारतीय मूल के लोगों ने दुनिया के सबसे बड़े कॉरपोरेट्स में अपनी धाक जमाई हुई है। HSBC हुरुन ग्लोबल इंडियंस लिस्ट 2024 में भारतीय मूल के 226 लीडर्स को शामिल किया गया है, जो 200 बड़ी कंपनियों को चला रहे हैं। इन कंपनियों की कुल वैल्यू 10 ट्रिलियन डॉलर है। इस लिस्ट में माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला ने पहला स्थान हासिल किया है। उनकी कंपनी की वैल्यू 3,146 अरब डॉलर है। उनके बाद गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई और यूट्यूब के सीईओ नील मोहन का नाम आता है। यह लिस्ट दिखाती है कि भारतीयों ने दुनिया की अर्थव्यवस्था में कितना बड़ा योगदान दिया है।
भारतीयों की दमदार मौजूदगी
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अल्फाबेट (गूगल) के सीईओ सुंदर पिचाई हैं, जिनकी कंपनी की वैल्यू 2,107 अरब डॉलर है। वहीं, तीसरे नंबर पर यूट्यूब के सीईओ नील मोहन हैं। उनकी कंपनी की वैल्यू 455 अरब डॉलर है।
टॉप 10 लीडर्स का जलवा
सत्य नडेला (माइक्रोसॉफ्ट) – $3,146 अरब
सुंदर पिचाई (अल्फाबेट) – $2,107 अरब
नील मोहन (यूट्यूब) – $455 अरब
थॉमस कुरियन (गूगल क्लाउड) – $353 अरब
शांतनु नारायण (एडोब) – $231 अरब
संजिव लांबा (लिंडे) – $222 अरब
वसंत नरसिम्हन (नोवार्टिस) – $216 अरब
अरविंद कृष्णा (आईबीएम) – $208 अरब
विमल कपूर (हनीवेल) – $152 अरब
केविन लोबो (स्ट्राइकर) – $149 अरब
टेक्नोलॉजी से लेकर हेल्थकेयर तक, हर जगह भारतीयों का दबदबा
इस लिस्ट में सबसे ज्यादा लीडर्स सॉफ्टवेयर और टेक्नोलॉजी से जुड़े हैं। 93 कंपनियां तो सिर्फ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में काम कर रही हैं, जिनकी टॉप लीडरशिप में भारतीय हैं।
महिलाओं का शानदार प्रदर्शन
महिलाएं भी इस लिस्ट में पीछे नहीं हैं। 12 महिला लीडर्स ने जगह बनाई है। इनमें सबसे ज्यादा चर्चा में हैं लीना नायर, जो शैनल की ग्लोबल सीईओ हैं। इनके अलावा नेहा नारखेड़े (कॉनफ्लुएंट) और अंजलि सूद (ट्युबी) भी लिस्ट में चमक रही हैं।
शिक्षा में भारत की ताकत
62% लीडर्स की पढ़ाई भारत में हुई है। खास बात ये है कि IIT मद्रास सबसे ज्यादा 14 लीडर्स का अंडरग्रेजुएट कॉलेज रहा है।
सैन फ्रांसिस्को है भारतीय मूल के लीडर्स का हब
सैन फ्रांसिस्को में सबसे ज्यादा 37 भारतीय लीडर्स बसे हुए हैं। इसके बाद लंदन (8) और दुबई (6) का नंबर आता है।
भारतीयों की कहानी, दुनिया के लिए प्रेरणा
इस लिस्ट के जरिए ये साफ हो गया है कि भारतीय टैलेंट हर सेक्टर में छाया हुआ है, फिर चाहे वो टेक्नोलॉजी हो, हेल्थकेयर हो या फाइनेंशियल सर्विसेज। ये लीडर्स न सिर्फ भारत का नाम रोशन कर रहे हैं, बल्कि अपनी कंपनियों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।