Kisan credit card: लोन रिकवरी को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बड़ा ऐलान किया है। आज यानी 10 अगस्त को केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि डिजिटल प्रोसेस के जरिए क्रेडिट डिलीवरी को आसान बनाने के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा।
इस प्लेटफॉर्म को बनाने के लिए RBI और RBIH साथ काम करेंगे। इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के लिए होगा। आरबीआई ने कहा कि क्रेडिट डिलीवरी के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल से आबादी के बड़े हिस्से को बैंक क्रेडिट की सुविधाएं आसानी से मिल सकेंगी। इसके लिए ग्राहक का क्रेडिट एप्रेजल जरूरी होगा।
इससे पहले RBI ने सितंबर 2022 में 1.6 लाख रुपये से कम के केसीसी लोन के डिजिटलाइजेशन के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट का ऐलान किया था। अभी केसीसी के पायलट प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।
ये भी पढ़ें- RBI MPC Meeting LIVE: FY24 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान 6.5% पर बरकरार
इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ जिलों का सेलेकिशन किया गया है। इस प्रक्रिया के तहत बगैर किसी कागजी कार्रवाई के किसान को आसानी से लोन दिया जा रहा है।
बैंक और एनबीएफसी ‘प्लग एंड प्ले’ मॉडल पर आसानी से कनेक्ट हो सकेंगे। इससे लोन डिलीवरी में आने वाली कॉस्ट घटेगी। साथ ही लोन का अमाउंट जल्द ही ग्राहक के अकाउंट में पहुंच जाएगा। अगर से मॉडल और व्यापक होता है तो इससे बैंकों, एनबीएफसी के साथ ही ग्राहकों को काफी फायदे होंगे।
ये भी पढ़ें- IDBI बैंक की हिस्सेदारी बिक्री, प्रक्रिया में हो सकती है देरी