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‘जरूरतमंदों की मदद में करती हूं यकीन’

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 5:03 PM IST

वंदना लूथरा वीएलसीसी की सीईओ हैं। वीएलसीसी उन कंपनियों में शुमार है, जिन्होंने महिलाओं को रोजगार और रोजगार संबंधी तकनीक मुहैया कराने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ समझौता किया है।


आप महिलाओं को प्रशिक्षण कहां मुहैया कराती हैं? साल भर में आप कितनी महिलाओं को प्रशिक्षित करेंगी?


देश के 20 शहरों में हमारे प्रशिक्षण संस्थान मौजूद हैं। हमारा लक्ष्य हर तीन महीने में 40 महिलाओं को प्रशिक्षित करना है।


आप जरूरतमंदों की पहचान कैसे करती हैं?


केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री रेणुका चौधरी अपने चुनाव क्षेत्र से कुछ महिलाओं को प्रशिक्षण के लिए भेजेंगी। 30 महिलाओं को पहले ही प्रशिक्षण के लिए भेजा जा चुका है। कुछ उम्मीदवारों की पहचान एनजीओ खुशी करेगी। उम्मीदवारों की पहचान के लिए हमने इस संस्था से समझौता किया है। नीमराना के पास के 80 गांवों को इसका लाभ मिलेगा।


क्या ब्यूटीशियन के प्रशिक्षण के लिए कोई योग्यता भी तय की गई है?


हम किसी भी महिला में सबसे पहले यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि वह किस चीज में ज्यादा अच्छी है। फिलहाल हमारे पास पाठय सामग्री हिंदी में है और दूसरी भाषाओं में भी जल्द इसका अनुवाद उपलब्ध हो जाएगा।


हमारे प्रशिक्षक भी क्षेत्रीय भाषाएं बोलने में सक्षम हैं। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाएं भले ही निरक्षर हों, लेकिन वे जल्द ही वैक्सिंग (अनचाहे बालों को शरीर से हटाने की प्रक्रिया) और प्रसाधन संबंधी अन्य कार्यों को सीखने में सफल होंगी।

First Published : March 25, 2008 | 11:51 PM IST