महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए बालरोग विशेषज्ञों का कार्यबल (टास्क फोर्स) गठित करने का ऐलान किया है। कोरोना महामारी में अनाथ हुए बच्चों की देखरेख की भी योजना तैयार करने में सरकार जुट गई है।
अनाथ हुए बच्चों के संरक्षण के लिए खास मुहिम शुरू की गई है ताकि बच्चों की संभावित तस्करी को रोका जा सके। राज्य में संक्रमण से अब तक 2,290 बच्चे अपने माता-पिता में से किसी एक या दोनों को गंवा चुके हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिए बालरोग विशेषज्ञों का कार्यबल गठित करने का ऐलान किया। इस कार्यबल में राज्य के 13 विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। माना जा रहा है कि तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चे प्रभावित होंगे।