सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रीकल्स लिमिटेड (बीएसईएल) को छत्तीसगढ़ राज्य बिजली बोर्ड (सीएसईबी) ने राज्य में दो बिजली परियोजनाओं को शुरु करने के लिए पेशगी के तौर पर 418.05 करोड़ रुपये दिये है।
बीएसईएल ने बताया कि उसे सीएसईबी से कुल 3,368 करोड़ रुपए मूल्य का आर्डर हासिल हुआ है।कंपनी इस आर्डर के तहत छत्तीसगढ़ राज्य बिजली बोर्ड को उसकी परियोजनाओं के लिए बिजली उपकरणों की आपूर्ति करेगी और उन्हें स्थापित करेगी।
कंपनी द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक ‘भेल छत्तीसगढ़ में दो बिजली परियोजनाओं में कोयला आधारित 500 मेगावाट की तीन इकाइयों के लिए मेन प्लांट पैकेज की आपूर्ति करेगी और उन्हें स्थापित करेगी।’ भेल को मिले इस आर्डर के तहत स्टीम टरबाइन, जेनरेटरों और बायलरों की डिजाइन, इंजीनियरिंग, विनिर्माण, आपूर्ति और उनकी स्थापना शामिल है।
भेल को कोरबा में दो बिजली परियोजनाओं की शुरुआत करनी है। इन परियोजनाओं में भेल कोरबा के पश्चिम में 500 मेगावाट की परियोजना के अलावा 1,000 मेगावाट वाली मडावा परियोजना की भी शुरुआत करेगा। राज्य में यह कं पनी का अभी तक का सबसे बड़ा करार है।
सीएसएबी के अध्यक्ष राजीब रंजन के अनुसार ने कहा है कि राज्य में प्रस्तावित बिजली परियोजनाओं को शुरु करने के लिए भेल के अधिकारियों को 418.05 करोड़ रुपये को चेक पेशगी के तौर पर दिया गया है। रंजन ने बताया कि यह चेक भेल को परियोजना आंवटित होने के 10 दिन के भीतर दे दिया गया है। इस पेशगी में 276.75 करोड़ रुपये मडावा बिजली परियोजना के लिए और 141.30 करोड़ रुपये कोरबा पश्चिम प्लांट के लिए आंवटित किया गया है।