दुनिया भर में छाई मंदी के बावजूद उत्तराखंड में मिलने वाली कर छूट उद्योगों को काफी भा रही है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उद्योगों को मिलने वाली कर छूट के कारण कंपनियां राज्य में विस्तार करने के साथ ही नए संयंत्र भी लगा रही हैं।
उत्तराखंड को मिली कर छूट की अवधि 31 मार्च 2010 को समाप्त हो रही है और केंद्र सरकार मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की कर राहत की मियाद बढ़ाने की मांग को पहले ही नकार चुकी है।
लेकिन राज्य सरकार को अभी भी इस मियाद के बढ़ने की उम्मीद है। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘हम इस मियाद को लोक सभा चुनावों के बाद बढ़वा सकते हैं।’
टाइटन, डेल्टा इंडिया, इंडिया ग्लाइकोल्स, एचयूएल, आईटीसी और हिंदुस्तान जिंक जैसी कंपनियों को विस्तार के लिए राज्य में जमीन मुहैया कराई गई है।
कंपनियों को भूमि आवंटन के पत्र सौंपने के बाद अधिकारी ने बताया, ‘हमारा मानना है कि ये सभी कंपनियां राज्य में मिलने वाली कर छूट का फायदा उठाएंगी।’ हीरो होंडा ने राज्य में उत्पादन संयंत्र लगाया है। उत्तराखंड में निवेश करने वाली कंपनियों में सबसे आगे हैं टाइटन इंडस्ट्रीज।
टाइटन पंतनगर के औद्योगिक परिसर में नया उत्पादन संयंत्र लगाने की योजना बना रही है। इसके लिए कंपनी को भूमि भी मिल गई है। हिंदुस्तान जिंक भी पंतनगर में सिल्वर रिफाइनरी संयंत्र लगाने की तैयारी कर रही है।
इसकी स्थापना के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी। एफएमसीजी उद्योग की कंपनी एचयूएल भी हरिद्वार औद्योगिक परिसर में जमीन मुहैया कराई गई है।