यूपी में कर्फ्यू की अवधि बढ़ी, परीक्षाएं स्थगित

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:52 AM IST

उत्तर प्रदेश में कई बड़े शहरों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच व्यापारियों ने खुद ही अपनी दुकानें बंद कर बाजार बंद रखने की घोषणा की है। राजधानी लखनऊ के बड़े बाजारों के साथ ही वाराणसी के व्यापारियों ने तीन दिन की बंदी की घोषणा की है। हालांकि प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन लगाने की किसी संभावना से इनकार करते हुए 10 सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में रात के कर्फ्यू का समय बढ़ा दिया है। लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर सहित 2,000 से अधिक संक्रमित वाले सभी जिलों में रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि अगर कोई अस्पताल, कोविड मरीज को भर्ती करने में आनाकानी करेगा तो उस पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों व कमिश्नर को इस संबंध में दिशानिर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश में चल रहे पंचायत चुनावों के संचालन में लगे कर्मचारियों की सुरक्षा के व्यापक इंतजामों के साथ कोविड दिशानिर्देशों के सख्ती से अनुपालन के निर्देश भी दिए हैं। योगी ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार के मद्देनजर विभिन्न राज्यों से प्रवासी श्रमिकों की वापसी संभावित है। इसे देखते हुए सभी जिलों में कोविड दिशानिर्देशों के मुताबिक क्वारंटीन केंद्र संचालित हों। कोविड से बचाव के लिए उपयोगी रेमडेसिवीर और ऑक्सीजन की उपलब्धता पर लगातार नजर रखी जाए। मुख्य सचिव कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रतिदिन इसकी समीक्षा की जाए।
उधर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हजरतगंज, अमीनाबाद, गणेशगंज, राजाजीपुरम, पांडेगंज आदि बड़े बाजारों को व्यापारियों ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर गुरुवार से तीन दिनों से पूरी तरह से बंद कर दिया है। वाराणसी में भी जिलाधिकारी को पत्र भेज कर व्यापारियों ने खुद ही बाजार बंद करने का फैसला किया है। बाजार बंदी के फैसले के बाद गुरुवार को राजधानी के व्यस्ततम बाजारों में सन्नाटा छाया रहा। थोक दवा बाजार को भी संक्रमण के चलते तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
इसके साथ ही पूरे उत्तर प्रदेश के सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों को 15 मई तक के लिए बंद किया गया है। योगी ने कहा है कि संक्रमण से बचाव के लिए कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यालयों में 15 मई तक पढ़ाई स्थगित रखा जाए। इस अवधि में कोई परीक्षा भी न आयोजित हो। माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 20 मई के बाद आयोजित की जाएं। नई समय-सारिणी के लिए मई के पहले सप्ताह में विचार किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि राजधानी में केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल को पूर्णत: डेडिकेटेड हॉस्पिटल के रूप में तैयार किया जाएगा साथ ही गैर-कोविड मरीजों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

First Published : April 15, 2021 | 11:29 PM IST