दिल्ली सरकार की ओर से श्रमिकों को दिवाली का तोहफा मिला है। राज्य सरकार ने शुक्रवार को दिल्ली के अकुशल, अर्ध कुशल और अन्य श्रमिकों का न्यूनतम वेतन बढाने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत अकुशल मजदूरों के न्यूनतम मासिक वेतन को 16,506 रुपये से बढ़ाकर 16,792 रुपये, अर्ध कुशल श्रमिकों के मासिक वेतन को 18,187 रुपये से बढ़ाकर 18,499 रुपये व कुशल श्रमिकों के मासिक वेतन को 20,019 रुपये से बढ़ाकर 20,357 रुपये किया गया है।
इसके अलावा सुपरवाइजर और लिपिक वर्ग के कर्मचारियों की न्यूनतम मजदूरी की दर भी बढ़ाई गई है। इनमें गैर मैट्रिक कर्मचारियों का मासिक वेतन 18,187 से बढ़ाकर 18,499 रुपये, मैट्रिक लेकिन गैर स्नातक कर्मचारियों का मासिक वेतन 20,019 से बढ़ाकर 20,357 रुपये तथा स्नातक और इससे अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले मजदूरों का न्यूनतम मासिक वेतन 21,756 से बढ़ाकर 22,146 रुपये कर दिया गया है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व श्रम मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि गरीब और मजदूर वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए बढ़ती महंगाई के बीच न्यूनतम वेतन बढाने का कदम उठाया गया है। पिछले 2 साल में कोरोना के कारण समाज का हर वर्ग आर्थिक रुप से भी प्रभावित हुआ है। उपर से रोजमर्रा की उपभोग की वस्तुओं के लगातार बढ़ते दाम से लोगों की कमर टूट गई है। ऐसे में इस वेतन बढ़ोतरी से मजदूर भाईयों को सहायता मिलेगी।
सिसोदिया ने कहा दिल्ली में मजदूरों को मिलने वाला न्यूनतम वेतन देश के अन्य किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक है।