दिल्ली में जीएसटी वसूली दर ने रफ्तार पकड़ ली है। अगस्त महीने में सालाना आधार पर जीएसटी वसूली में 21 फीसदी इजाफा हुआ है, जबकि जुलाई महीने में सालाना आधार पर वसूली 13 फीसदी ही बढी थी। अगस्त में पडोसी राज्यों की तुलना में भी दिल्ली सरकार जीएसटी वसूली के मामले में बेहतर स्थिति में रही।
जीएसटी वसूली दर बढ़ने की वजह त्योहारी कारोबार शुरू होने को माना जा रहा है। त्योहारों के कारण कारोबार आगे भी बढ़ने से जीएसटी वसूली भी बढ़ने की संभावना है।
दिल्ली सरकार को अगस्त महीने में करीब 2,175 करोड़ रुपये जीएसटी प्राप्त हुआ, जो पिछले साल अगस्त में प्राप्त करीब 1,800 करोड़ रुपये जीएसटी से 21 फीसदी अधिक है। इस साल जुलाई महीने में सालाना आधार पर जीएसटी वसूली में 13 फीसदी इजाफा हुआ था। जाहिर जुलाई की तुलना में अगस्त में जीएसटी वसूली वृद्धि दर काफी अच्छी रही। दिल्ली सरकार को चालू वित्त वर्ष की जून-अगस्त अवधि में 11,485 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में प्राप्त हो चुके हैं, पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 8,960 करोड़ रुपये था। इस तरह चालू वित्त वर्ष में अगस्त तक पिछली समान अवधि से करीब 28 फीसदी ज्यादा जीएसटी वसूली हुई है।
दिल्ली में अगस्त महीने में जीएसटी वसूली वृद्धि दर पड़ोसी राज्यों से बेहतर रही। दिल्ली में अगस्त में जीएसटी संग्रह 21 फीसदी बढ़ा, जबकि उत्तर प्रदेश में 14 और राजस्थान में 10 फीसदी बढा। हालांकि हरियाणा में जीएसटी संग्रह दिल्ली के समान 21 फीसदी बढा। जुलाई महीने में दिल्ली में जीएसटी वसूली पड़ोसी राज्यों की तुलना में सुस्त थी। दिल्ली सरकार ने इस वित्त वर्ष 26,000 करोड़ रुपये जीएसटी वसूली का लक्ष्य रखा है।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि अगस्त में जो जीएसटी प्राप्त हुआ है, वो जुलाई में हुई बिक्री का है। जुलाई महीने से त्योहारी कारोबार के लिए खरीद शुरू हो जाती है। इसलिए अब जीएसटी वसूली वृद्धि दर रफ्तार पकड़ रही है। आगे भी त्योहारी कारोबार के कारण जीएसटी वसूली बढ़ने की संभावना है।