दिल्ली में किसी भी श्रेणी की बिजली दरों में एक और साल कोई बदलाव नहीं हुआ। दिल्ली बिजली नियामक आयोग (डीईआरसी) ने वित्त वर्ष 2020-21 में अपनी शुल्क अधिसूचना में सभी खपत ढांचे पिछले साल के बराबर ही रखा है।
यह पहला मौका है जब आम आदमी पार्टी के कार्यकाल में बिजली की दरें नहीं घटाई गई हैं या नई छूट नहीं पेश की गई है। 2015-18 के बीच हर साल बिजली दरें 50 प्रतिशत कम की गई थीं और 2019 में 0-200 यूनिट बिजली खपत पर 100 प्रतिशत सब्सिडी दी गई थी। इसकी वजह से दिल्ली की करीब 50 प्रतिशत आबादी को पिछले वित्त वर्ष में बिजली सब्सिडी मिली थी।
घरेलू श्रेणी में दिल्ली में बिजली दर 3 से 8 रुपये प्रति यूनिट है।