पंजाब में लगने वाली गिदड़बाहा बिजली परियोजना के लिए रिलायंस पावर, लार्सन ऐंड टुब्रो, अडानी इन्फ्रास्ट्रक्चर और जीएमआर एनर्जी ने पात्रता के लिए आवेदन किया है।
कोयला आधारित लगभग 2460 मेगावाट क्षमता वाले इस बिजली संयंत्र को बिल्ड- ओन-ऑपरेट मॉडल पर स्थापित किया जाएगा। हालांकि कोयला मंत्रालय से राज्य बिजली बोर्ड को कोयले के भंडार का आवंटन नहीं होने के कारण पंजाब सरकार ने इस परियोजना की बोली की तिथि को तीसरी बार बढ़ा दिया है।
पंजाब बिजली विभाग के प्रवक्ता ने बताया, ‘कोयले का आवंटन नहीं होने के कारण हमने इस तिथि को बढ़ाकर 16 अप्रैल 2009 कर दिया है।’ उन्होंने बताया कि बोर्ड इस बारे में पहले ही मंत्रालय को लिख चुका है और अगले दो महीनों में भंडारों का आवंटन होने की उम्मीद है।
इस परियोजना के लिए पात्रता आवेदन की अंतिम तारीख पहले 19 दिसंबर तय की गई थी। बाद में इसे बढ़ाकर 19 जनवरी कर दिया गया। लेकिन इसके बाद फिर इस तिथि को बढ़ाकर 16 फरवरी किया गया था।
बोर्ड चाहता था कि राज्य के लिए कम से कम कीमत पर बिजली उपलब्ध कराई जाए और यह तभी मुमकिन है जब अधिक से अधिक कं पनियां इस बोली में शामिल हों। इसीलिए बार बार आवेदन तिथि बढ़ाई जा रही है।
प्रस्तावित परियोजना के लिए बोर्ड ने गिदड़बाहा पावर लिमिटेड के नाम से एक नई कंपनी भी शुरू की है। इस परियोजना को लगभग 2,311 एकड़ भूमि में स्थापित किया जाएगा। इस परियोजना में प्रत्येक मेगावाट बिजली उत्पादन पर 5.5- 6 करोड़ रुपये की लागत आएगी।