महंगाई पर काबू के लिए सरकारी शिकंजा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 10:03 PM IST

जमाखोरों पर सरकारी शिकंजा कसने भर की खबर के बाद उत्तर प्रदेश के बाजारों से कई चीजों की कीमतें घटने से उत्साहित प्रदेश सरकार ने मोबाइल चेकिंग दल के गठन का फैसला किया है।


सरकार की इस घोषणा के बाद खाद्य तेल और वनस्पति के दामों में और गिरावट आ गयी है। जबकि राधनानी लखनऊ सहित कई शहरों में सस्ते आटे, चावल और दाल के विशेष काउंटर खोल कर बिक्री चालू कर दी गयी है।


लखनऊ, कानपुर सहित कई शहरों में सरसों का तेल 75 रुपये की जगह 65 रुपये में बेच रहे दुकानदारों ने इसकी कीमत घटाकर 62 रुपये प्ति किलो कर दी है। वनस्पति तेल इसी दाम पर और वनस्पति घी 55 रुपये की जगह केवल 53 रुपये में उपलब्ध है।


उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव प्रशांत कुमार मिश्रा के मुताबिक वैट की आड़ में मंहगी आवश्यक वस्तुएं बेचने वालों की धरपकड़ करने के लिए मोबाइल टीम का गठन होगा जो कि किसी भी दुकान या औद्योगिक प्तिष्ठान का औचक निरीक्षण कर सकेगी। मिश्रा के मुताबिक वैट की आड़ में मंहगा सामान बेच रहे व्यापारियों की गिरफ्तारी से ही इस पर लगाम लग सकेगी।


उन्होंने कहा कि वैट का दुरुपयोग हर हाल में रोका जाए और लोगों को उचित दरों पर आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करायी जाएं। वैट में चीजों की कीमत घटने के बजाय बढ़ी दरों पर बिकने की खबर से नाराज मिश्रा ने इस पर तुरंत कारवाई की बात की है। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश चावल और दाल मिल एसोसिएशन ने लखनऊ और कानपुर में दर्जनों काउंटर खोल कर 13 रुपये प्रति किलो की दर से मंसूरी चावल और 15 रुपये किलो आटा बेचना शुरु कर दिया है।


इन काउंटरों पर दाल अरहर फूल छाप 45 रुपये की जगह 38 रुपये में और साधारण दाल 35 रुपये किलो की दर से मिल रहा है।एसोसिएशन वालों ने 10 किलो से ज्यादा व्यक्ति को अनाज देने पर रोक लगा दी है। साथ ही दुकानदारों की किसी भी तरह की खरीद पर भी पाबंदी है। लखनऊ शहर में सस्ते खाद्य तेलों के 50 से ज्यादा काउंटर खुलने के बाद बाकी खुदरा दुकानों पर भी तेलों के दामों में गिरावट आई है। सरसों का तेल अब सभी खुदरा दुकानों पर 65 से 68 रुपये प्ति लीटर मिलने लगा है।

First Published : April 18, 2008 | 10:39 PM IST