प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को 10 वर्ष का एक महत्त्वाकांक्षी खाका पेश किया जिसके तहत न केवल भारत और ब्रिटेन के रिश्तों को व्यापक सामरिक साझेदारी में तब्दील किया जाना है बल्कि रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाया जाएगा। मोदी और जॉनसन के बीच एक आभासी बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने व्यापार साझेदारी में इजाफे की घोषण भी की। विदेश मंत्रालय ने इसे ‘एक और बड़ी घोषणा’ करार दिया।
जॉनसन के कार्यालय से जारी वक्तव्य के मुताबिक, ‘भारत और यूके के बीच एक अरब पाउंड के व्यापार और निवेश की घोषणाओं की बदौलत यूके में 6,500 से अधिक नए रोजगार तैयार होंगे।’ इस पैकेज में यूके में 53.3 करोड़ पाउंड का नया निवेश शामिल है जो स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी जैसे अहम उभरते क्षेत्रों में 6,000 से अधिक रोजगार तैयार करेगा। इसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा टीका कारोबार में किया जाने वाला 24 करोड़ पाउंड का निवेश भी शामिल है। एसआईआई वहां एक नया बिक्री कार्यालय भी खोलेगा। वक्तव्य में कहा गया कि इससे एक अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का नया कारोबार तैयार होने की आशा है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस बैठक ने भारत और ब्रिटेन के रिश्तों में ‘एक नया अध्याय खोला’। उसने यह भी कहा कि रिश्तों को और व्यापक बनाने के लिए 10 वर्षीय खाका एक बड़ी घटना है और इसके तहत जनता के आपसी संपर्क, व्यापार, रक्षा एवं सुरक्षा, जलवायु तथा स्वास्थ्य जैसे पांच अहम क्षेत्रों में सहयोग किया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि व्यापार साझेदारी में इजाफे की घोषणा एक और बड़ी घटना रही। विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भारतीय भगोड़ों के प्रत्यर्पण के मसले पर मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा की। मंत्रालय के अनुसार बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आर्थिक अपराधियों को जल्द से जल्द भारत भेजा जाना चाहिए ताकि उन पर मामला चल सके।
जॉनसन को गत माह भारत आना था लेकिन कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए यात्रा रद्द कर दी गई। जनवरी में भी जॉनसन गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने वाले थे लेकिन उस वक्ता ब्रिटेन में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर और ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने माइग्रेशन ऐंड मोबिलिटी साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए। जयशंकर इस समय जी 7 देशों की बैठक में शामिल होने के लिए ब्रिटेन की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘आज सुबह गृह मंत्री प्रीति पटेल के साथ एक सार्थक मुलाकात हुई। माइग्रेशन ऐंड मोबिलिटी साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए जो वैधानिक यात्रा मुहैया कराएगा और प्रतिभाओं के आगमन केा प्रोत्साहित करेगा।’ उन्होंने लिखा कि दोनों देशों के बीच का रिश्ता और मजबूत होगा।