दिल्ली सरकार ने चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सोमवार से लॉकडाउन में कारखाना और निर्माण गतिविधियों को चालू करने की छूट दी जाएगी। इसके बाद अगर कोरोनावायरस संक्रमण के मामले इसी तरह कम रहे तो अन्य गतिविधियों को खोला जाएगा। अगर मामले बढ़े तो अभी दी गई छूट भी वापस हो सकती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि एक महीने के अंदर दिल्ली ने कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी लहर पर भी काबू पा लिया है। संक्रमण दर घटकर करीब 1.5 फीसदी पर आ गई है। इसे देखते हुए आज लॉकडाउन को लेकर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में दिल्ली में लॉकडाउन को धीरे-धीरे खोलने का निर्णय लिया गया। लॉकडाउन से दिहाड़ी और प्रवासी मजदूरों को काफी नुकसान हो रहा है। इसलिए इनको राहत पहुंचाने के लिए सबसे पहले फैक्टरी और निर्माण गतिविधियों को खोलने का फैसला लिया गया है क्योंकि ये लोग इन्हीें दो क्षेत्रों में सबसे ज्यादा काम करते हैं।
सोमवार को सुबह 5 बजे जब लॉकडाउन खत्म होगा तो अगले एक सप्ताह के लिए निर्माण गतिविधि और कारखानों को खोला जाएगा। केजरीवाल ने आगे कहा कि अब सप्ताह दर सप्ताह हम जनता के सुझावों और विशेषज्ञों की राय के आधार पर इसी तरह से धीरे-धीरे लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया जारी रखेंगे। बशर्ते कि कोरोना संक्रमण फिर से बढऩे न लगे। अगर बीच में ऐसा लगता है कि कोरोनावायरस संक्रमण फिर से बढऩे लग गया तब फिर आर्थिक और निर्माण गतिविधियों को खोलने की प्रक्रिया को भी रोकना पड़ेगा। इसलिए लोगों से गुजारिश है कि कोरोनावायरस से संबंधित जो भी एहतियात हैं उसको जरूर बरतें।
दिल्ली के कारोबारी सरकार के बाजार न खोलने के फैसले से नाखुश हैं। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि केवल निर्माण गतिविधियों तथा कारखानों को ही खोले जाने के निर्णय से दिल्ली के कारोबारी निराश हैं। बाजारों को न खोले जाने का कोई औचित्य समझ में नहीं आता है क्योंकि निर्माण गतिविधियों एवं कारखानों में उत्पादन के लिए बिल्डिंग मटेरियल, बिल्डर हार्डवेयर, मशीनरी, टूल्स, स्पेयर पाट्र्स आदि की लगातार आवश्यकता होती है,जबकि इनको बेचने वाली सभी दुकानें लॉकडाउन के आदेश के कारण बंद रहेंगी। ऐसे में निर्माण गतिविधियों एवं कारखानों को खोलने का मूल औचित्य ही पूरा नहीं होगा।
मप्र: 1 जून से होगा चरणबद्ध अनलॉक
मध्य प्रदेश को आगामी 1 जून से चरणबद्ध तरीके से अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश में संक्रमण दर लगातार गिर रही है और कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आ गई है। उन्होंने कहा कि 1 जून से प्रदेश को अनलॉक करने के लिए जिला, जनपद, ग्राम और वार्डस्तर पर आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य यह तय करेंगे कि क्या-क्या खोला जाये और किस सीमा तक छूट प्रदान की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्रवार कार्य योजना बनाकर मोबाइल टेस्टिंग पर जोर दिया जाए और संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वालोंं को पता लगाकर उनकी कोरोना जांच शीघ्र की जाए ताकि संक्रमण को तेजी से फैलने से रोका जा सके।
मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का सामना करने के लिए जरूरी तैयारियोंं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करके यह सुनिश्चित किया जाएगा कि तीसरी लहर आए ही नहीं।