चुनौतियों के बीच महाराष्ट्र सरकार का एक साल पूरा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 14, 2022 | 8:47 PM IST

महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी (एमवीए) सरकार शनिवार को अपना एक वर्ष पूरा करने जा रही है। कोरोनावायरस महामारी और प्राकृतिक आपदाएं जैसे चक्रवात निसर्ग, पूर्व विदर्भ, मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बाढ़ आदि घटनाओं ने ठाकरे सरकार के सामने कड़ी चुनौतियां पेश कीं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ को दिए साक्षात्कार में ठाकरे ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ईडी और सीबीआई का डर किसे दिखाते हो? महाराष्ट्र सरकार को जनता का आशीर्वाद है।’ उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार ने एक साल पूरा कर लिया है, सरकार आज गिराएंगे, कल गिराएंगे, इस दौरान ऐसा बोलने वालों के दांत गिर पड़े हैं। महाराष्ट्र महाविकास आघाडी सरकार बनाने में कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना की अहम भूमिका है। सोनिया गांधी और शरद पवार ने भूमिका निभाई है।
ठाकरे ने भाजपा और राज्य के अन्य विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं शांत और संयमी हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं नपुंसक हूं। परिवार पर हमला करना हमारी संस्कृति नहीं है। यही हिंदुत्व संस्कृति भी है। अगर आप हमारे परिवारों और बच्चों को निशाना बना रहे हैं, तो उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि उनके भी परिवार और बच्चे हैं। वे कोई धुले हुए चावल नहीं हैं। अगर मेरे ऊपर ज्यादा हावी होंगे तो हाथ धोकर पीछे पड़ जाऊंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदर्भ में उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर आप केंद्रीय शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं, तो याद रखिए कि शक्ति हमेशा के लिए नहीं रहती है। उन्हें अतीत में भी मामलों का सामना करना पड़ा है और शिवसेना सुप्रीमो (बाल ठाकरे) ने उन्हें बचाया था। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सत्ता से हटाने की भाजपा की तमाम कोशिशों के बावजूद सत्ता पर उनकी पकड़ मजबूत हुई है। शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की गठबंधन वाली एमवीए सरकार ने अपना एक वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है और इसका श्रेय ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच घनिष्ठता को दिया जाता है, हालांकि ये आरोप भी लगते रहे हैं कि सहयोगी दलों के बीच समन्वय की कमी है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ लंबी चली खींचतान के बाद शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ कर राकांपा और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई। उन्होंने पिछले वर्ष 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
ठाकरे ने एक बार फिर साफ किया कि राज्य सरकार की दोबारा लॉकडाउन लगाने की फिलहाल कोई इच्छा नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए रात्रि कफ्र्यू लगाया गया है। उन्होंने कहा कि हम नियमों का पालन कर कोरोना संकट से बच सकते हैं।

First Published : November 27, 2020 | 11:52 PM IST