इस साल कहीं खाली न रह जाए ‘धान का कटोरा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 10:46 PM IST

इस साल देश में धान का उत्पादन 15 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है लेकिन इसके बावजूद धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में बारिश की बेरुखी के कारण उत्पादन के 10 प्रतिशत से 15 प्रतिशत कम रह जाने का अनुमान है।


राज्य के कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से जो खबरें आ रही हैं, उसके आधार पर यह माना जा रहा है कि बीते साल के मुकाबले इस साल धान का उत्पादन 10 से 15 प्रतिशत तक कम रहेगा। धान के आकलन के लिए आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान ये अनुमान व्यक्त किए गए। राज्य के कृषि निदेशालय के उप निदेशक आर के चंद्रवंशी ने बताया कि विभाग को इस साल 20 से 22 क्विंटल प्रति हेक्टेयर धान की पैदावार का अनुमान है जबकि मानक उत्पादन प्रति हेक्टेयर 27 क्विंटल है।


कम उत्पादन के आधार पर छत्तीसगढ़ सरकार ने इस साल खरीफ सत्र के दौरान 52 लाख टन चावल तैयार होने का अनुमान लगाया है। उल्लेखनीय है कि बीते साल राज्य में 54 लाख टन पैदावार हुई थी। कृषि वैज्ञानिक संकेत ठाकुर ने बताया कि उत्पादन में और कमी आएगी और और सरकार को अभी उत्पादन के अनुमान में और कमी करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि इस साल राज्य में मानसून अच्छा नहीं रहा है इसलिए किसी भी सूरत में पैदावर प्रति हेक्टेयर 16 क्विंटल से अधिक नहीं होगी।

First Published : October 3, 2008 | 9:55 PM IST