बिना प्रश्नकाल, चर्चा के होगा मॉनसून सत्र

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 2:32 AM IST

महाराष्ट्र विधानसभा के 7 सितंबर से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र की तैयारियां जोर पर हैं। वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रकोप के बीच शुरू होने वाले दो दिवसीय सत्र में सभी सदस्यों की कोरोना जांच अनिवार्य की गई है। अब तक का सबसे छोटा सत्र बिना प्रश्नकाल और चर्चा के होगा।  
महाराष्ट्र में मॉनसून सत्र के निर्विघ्न चलने और कार्यवाही के दौरान सदस्यों को सुरक्षित रखने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। विधान भवन के अधिकारियों ने बताया कि 7 सितंर से शुरू हो रहे दो दिवसीय सत्र के लिए विधायकों के लिए अनिवार्य ‘एंटीजन’ परीक्षण, कोविड-19 किटों का वितरण और सदस्यों के बीच शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए बैठने की नई व्यवस्था जैसे कुछ उपाय किए गए हैं। सदन शुरू करने के पहले सभी सदस्यों की कोरोना जांच भी अनिवार्य रूप से करवाई जाएगी। जिन सदस्यों की रिपोर्ट नेगेटिव आएगी, उन्हें ही सदन में दाखिल होने की अनुमति मिलेगी। सभी विधायकों को एक दिन पूर्व ही कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा और उसकी रिपोर्ट भी लानी होगी। सत्र के दौरान कोरोना महामारी से बचाव के सभी नियमों का पालन करना सभी सदस्यों और कर्मचारियों के लिए अनिवार्य होगा। सुरक्षा के लिहाज से सभी सदस्यों को सेफ्टी किट भी मुहैया करवाई जाएगी जिसमें फेस शील्ड, मास्क, हैंड ग्लव्स और सेनिटाइजर आदि शामिल होंगे। मॉनसून सत्र के दौरान विधायकों के निजी सहायकों को सदन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
सदन में शोक प्रस्ताव पर चर्चा, अतारांकित प्रश्न, पूरक मांगे और विनियोग विधेयक पर चर्चा होगी। विधानमंडल सचिव राजेंद्र भागवत के अनुसार इसमें सात सरकारी बिल और एक विनियोग विधेयक शामिल होगा। संक्षिप्त सत्र के दौरान अन्य विधायिका के कार्यों के बीच अनुपूरक मांगों और कुछ विधेयकों पर गौर किया जाएगा। विधायी कार्य मंत्री के मुताबिक इस दौरान प्रश्नकाल और चर्चा नहीं होगी। शिवसेना नीत महा विकास आघाडी सरकार के नवंबर में सत्ता में आने के बाद यह पहला विधानसभा सत्र है। इससे पहले 22 जून से और अगस्त के आखिरी सप्ताह में दो बार सत्र स्थगित किया जा चुका है।
राज्य में 8.50 लाख से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 25,600 से अधिक लोग अपनी जान गवां चुके हैं। मुंबई में कोरोना वायरस के अभी तक 1.5 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं और 7,761 लोगों की मौत हुई हैं। अभी तक राज्य के सात मंत्री कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। महाराष्ट्र के पशु पालन, डेयरी विकास और युवा कल्याण एवं खेल मंत्री सुनील केदार कोरोना वायरस से संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हो गए। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता अतुल लोंधे ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद गुरुवार शाम में उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। महाराष्ट्र सरकार में संक्रमित होने वाले वह छठे मंत्री हैं। अन्य मंत्री स्वस्थ हो चुके हैं।

First Published : September 5, 2020 | 12:35 AM IST