आम आदमी की कार बताई जा रही लखटकिया नैनो का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है।
लोग नैनो की बुकिंग के लिए लगातार टाटा मोटर्स के डीलरों को फोन मिला रहे हैं। अब रिटायर्ड सरकारी अधिकारी जी एस रावत को ही ले लीजिए वह टाटा मोटर्स के डीलर के यहां लगातार फोन कर रहे हैं।
दरअसल वह यह जानना चाहते हैं कि पहाड़ी राज्यों के लिए नैनो में पर्याप्त सुरक्षा है या नहीं? रावत के पास एक मारुति 800 पहले से ही है। लेकिन फि र भी नैनो बुक कराने के लिए बेताब हैं।
रावत ने बताया, ‘मेरे लिए पैसा कोई बड़ी चीज नहीं है। मैं सिर्फ इस बात की तसल्ली चाहता हूं कि नैनो पहाड़ी राज्यों में यात्रा करने के लिए सुरक्षित है या नहीं?’ रावत की तरह ही ऐसे और कई लोग हैं जो नैनो के बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं। दरअसल नैनो उत्तराखंड में कंपनी के पंतनगर संयंत्र में ही बन रही है।
राज्य के मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी से लेकर राज्य के किसानों तक सभी नैनो के लॉन्च होने पर खुशियां मना रहे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री खंडूड़ी ने बताया, ‘पंतनगर संयंत्र से नैनो का निकलना हमारी एक बड़ी उपलब्धि है।’ शैल शर्मा ने कहा, ‘नैनो उत्तराखंड में बनी है इसीलिए यह हमारी कार है।’
शर्मा रोजाना स्कूटी से कार्यालय जाते हैं। शर्मा ने बताया, ‘स्कूटी के मुकाबले कार ज्यादा सुरक्षित रहती है।’ देहरादून में टाटा मोटर्स के डीलर राकेश ओबेरॉय ने बताया कि नैनो की पूछताछ के लिए उनके यहां कई सौ फोन आते हैं।
टाटा मोटर्स को राज्य के पंतनगर में संयंत्र लगाने के लिए लगभग 950 एकड़ भूमि दी गई थी। राज्य सरकार से बातचीत के बाद कंपनी पंतनगर संयंत्र में नैनो के निर्माण के लिए किए गए अस्थायी फेरबदलों को स्थायी करने के लिए राजी हो गई थी। हालांकि इसके लिए राज्य सरकार ने कंपनी को कई करों में छूट भी दी है।