राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक बढ़ोतरी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने आज से 30 अप्रैल तक रात का कर्फ्यू लगा दिया है। कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा। दो हफ्तों की स्थिति की ताजा समीक्षा के बाद दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कर्फ्यू लगाने की घोषणा की।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अपने आदेश में कहा, ‘बीते कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में अचानक तेजी आई है और संक्रमण की दर भी काफी ज्यादा है। इसलिए लोगों की सुरक्षा के लिए आपात उपाय के तहत रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रात का कर्फ्यू लगाने की जरूरत है। हालांकि आवश्यक गतिविधियों को इससे बाहर रखा जाएगा।’
महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और पंजाब जैसे कई राज्यों में कोविड के मामले अचानक बढऩे से अन्य राज्य सरकारों ने भी इसी तरह के उपाय किए हैं। गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से दो या चार दिन के लिए पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाने पर विचार करने के लिए कहा है। गुजरात सरकार ने पिछले कुछ हफ्तों से अहमदाबाद सहित अधिकतर बड़े शहरों में रात का कर्फ्यू लगाया हुआ है। चंडीगढ़ प्रशासन ने भी रात का कर्फ्यू लगाने की आज घोषणा की। राजस्थान के जोधपुर में भी रात 8 बजे से सुबह 6 बजे का कर्फ्यू लगाया गया है।
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की वजह से प्रतिदिन आने वाले मामले अपने पिछले रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं। रविवार को नए संक्रमितों की संख्या एक लाख के पार पहुंच गई थी। सोमवार को 96,982 मामले दर्ज किए गए। सबसे प्रभावित शहर मुंबई में 9,800 मामले सामने आए, वहीं दिल्ली में 3,548 नए संक्रमितों का पता चला है।
इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने सप्ताहांत पर लॉकडाउन के साथ ही पूरे हफ्ते रात का कर्फ्यू लगा दिया था। हालांकि दिल्ली में महाराष्ट्र की तुलना में पाबंदियां कम हैं। महाराष्ट्र में दिन के समय भी धारा 144 लागू की गई है लेकिन दिल्ली में केवल रात का कर्फ्यू लगाया गया है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कर्फ्यू से छूट वाली गतिविधियों/सेवाओं की सूची भी तैयार की है।
स्वास्थ्य सेवा, कानून-व्यवस्था, परिवहन और जन सेवाओं से जुड़े केंद्र एवं राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों को रात्रि कर्फ्यू से बाहर रखा गया है। निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य क र्मियों, मरीजों, हवाईअड्डा जा रहे या वहां से आ रहे लोगों, राजनयिकों के आवागमन तथा वस्तु एवं सेवाओं के अंतर-राज्यीय और राज्य के अंदर आवाजाही सहित दूसरी सेवाओं पर पाबंदी नहीं होगी। हालांकि उन्हें जरूरत पडऩे पर ई-पास दिखाना होगा। दिल्ली सरकार की इस पहल से कारोबार पर होने वाले असर का अंदाजा लगाने के लिए बिज़नेस स्टैंडर्ड ने कई अग्रणी निजी उद्यमों से बात की। हालांकि उन्होंने कहा कि इससे उनके कारोबार पर कोई खास असर नहीं होगा। कुछ उद्यमियों ने कहा कि लॉकडाउन या कर्फ्यू से इस महामारी पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकता और सभी लोगों को टीका लगाने से ही इसका समाधान निकल सकता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उद्योग जगत का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन फिक्की ने केंद्र सरकार से टीकाकरण का दायरा बढ़ाने का अनुरोध किया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड-19 से बचाव का टीका लगाने की मांग की है। आईएमए ने कहा है, ‘कोविड-19 संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। ऐसे में हमें टीकाकरण अभियान तत्काल प्रभाव से तेज करना होगा। हमारी नजर में 19 वर्ष से आयु के सभी नागरिकों को टीका लगाने की अनुमति दी जानी चाहिए। ऐसी व्यवस्था करनी होगी जिससे कोई भी आकर टीका लगवा सके।’
दिल्ली और चंडीगढ़ में रात्रि कर्फ्यू लगने से रेस्तरांओं, पब, बार और होटल व्यवसायों को बड़ा नुकसान हो सकता है। नैशनल रेस्टोरेंट्स ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के उपाध्यक्ष कबीर सूरी के अनुसार रात्रि कर्फ्यू से उनके कारोबार पर असर होगा। उन्होंने कहा, ‘रेस्तरां क्षेत्र के लिए यह समय काफी भारी साबित होगा। अब तक हम किसी तरह बचे रहे लेकिन अब नहीं लगता कि इन नए दिशानिर्देशों के बाद हम अधिक दिनों तक कारोबार कर पाएंगे।’