मंहगाई के डंक ने उत्तर प्देश में अब नौनिहालों के दूध को अपना निशाना बनाया है। बीते एक सप्ताह में प्रदेश में दूध की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है।
राजधानी लखनऊ में तो दूध के दाम दो गुना तक बढ़ गये हैं। जबकि बाकी शहरों में भी इसकी कीमत 50 से 70 फीसदी तक बढ़ गयी हैं। हालांकि लखनऊ और प्रदेश के बाकी शहरों के लिए राहत की बात यह है कि अभी सरकारी आपूर्ति करने वालों पराग और अमूल ने अपने दाम नही बढ़ाये हैं। शहर के ज्यादातर हिस्सों को दूध की सप्लाई अब पराग और अमूल ही कर रहा है इसके चलते दूध के दामों में लगी आग अभी घरों तक नही पहुंची है।
दूध के कारोबारियों का मानना है कि शादी ब्याह के सीजन, बढ़ती गर्मी, आइसक्रीम कुल्फी की ज्यादा खपत के चलते दाम चढ़ गये हैं वरना आपूर्ति का खास संकट नही है। लखनऊ की थोक मंडी में दूध की कीमत बढ़कर 35 रुपए प्ति लीटर जा पहुंची है जबकि दही की कीमत 40 रुपए से बढ़कर 50 रुपए हो गयी है। इसी तरह पनीर की शादियों में खपत के चलते इस की कीमत 120 रुपए प्ति किलो से बढ़कर 200 रुपए जा पहुंची है।
गनीमत की बात यह है कि अभी भी पराग और अमूल का फुल क्ीम दूध 24 रुपए लीटर मिल रहा है। पराग के अधिकारियों के अनुसार उनके पास दूध का खासा भंडार है और यह गर्मी के लिए काफी है। दूध के थोक व्यापारियों का मानना है कि सहालग के चलते पनीर, खोया और दही के दाम उपर गये हैं।
गौरतलब है कि हर साल गर्मी में दूध की आमद कम होने के चलते सरकार इस मौसम में खोया, पनीर और दूध की बनी मिठाइयों की बिक्री पर पाबंदी लगा देती है। इस साल अब तक यह पाबंदी नही लगायी गयी है जिसके चलते दाम लगातार चढ़ रहे हैं।
लखनऊ मिल्क फेडरेशन के हरिनाम सिंह का कहना है कि गर्मी के चलते दूध के उत्पादन में कमी आई है जिसके चलते भाव उपर चले गये हैं। उनका मानना है कि यह तेजी अभी 2 महीने और रहेगी पर दोगुना दाम बढ़ना जरुर असाधारण है।