मध्य प्रदेश सरकार ने कहा है कि उसे कुल 2,19,527 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं और उनमें से 5,432 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है।
इनमें से 69 इकाइयां विनिर्माण क्षेत्र से संबंधित हैं और इनमें 5,132 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। सेवा क्षेत्र की 250 करोड़ रुपये निवेश वाली 3 इकाइयों में काम शुरू कर दिया है।
राज्य के उद्योग मंत्री जयंत मल्लैया ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि ‘2004 के बाद से मिले निवेश प्रस्तावों से हम उत्साहित हैं और अगले महीने ग्वालियर में होने वाली निवेशक बैठकों में हम अन्य लोगों को भी आमंत्रित करेंगे।’ उन्होंने बताया कि 28,354 करोड़ रुपये निवेश वाली विनिर्माण क्षेत्र की 41 इकाइयां और 414 करोड़ रुपये निवेश वाली सेवा क्षेत्र की 4 इकाइयां क्रियान्वयन के विभिन्न चरण में हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 50,000 करोड़ रुपये के निवेश वाली परियोजनाओं पर काम जारी है। भारी-भरकम निवेश वाली परियोजनाओं में सासन अल्ट्रा मेगा पॉवर प्रोजेक्ट, एक सीमेंट प्लांट और एक विश्वविद्यालय और 12,300 करोड़ रुपये की लागत से सीधी में हिंडाल्को का एल्युमिनियम संयंत्र शामिल है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में कंपनियों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में निवेश करने की इच्छा जताई है।
मल्लैया ने बताया कि ‘कुल 1,64,101 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पाइपलाइन में हैं। हम निवेशकों की हर संभव मदद दे रहे हैं। हमने एक प्रोत्साहन विधेयक तैयार किया है जिसे विधानसभा के अगले सत्र के दौरान पटल पर रखा जाएगा। इससे कंपनियों को एक जगह ही सभी मंजूरियां हासिल करने में मदद मिलेगी।’ राज्य में विनिर्माण क्षेत्र की 109 इकाइयां 1,12,016 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रही हैं। इसके अलावा सेवा क्षेत्र की तीन कंपनियां 65 करोड़ रुपये निवेश करने की तैयार में हैं।
ढांचागत क्षेत्र की 9 अन्य कंपनियां 52,020 करोड़ रुपये निवेश करने वाली हैं। उन्होंने बताया कि उद्योगों को और छूट देने के लिए राज्य सरकार ने औद्योगिक प्रोत्साहन नीति 2004 में संशोधन किया है।