महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले दोबारा तेजी से बढऩे से लोग दहशत में हैं। कोरोना संक्रमण दोबारा बढऩे की वजह लोगों की लापरवाही, लोकल ट्रेनों में आम जनता को यात्रा करने की अनुमति देने और अन्य वाणिज्यिक गतिविधियों के खुलने को बताई जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन के सख्त कदम उठाने के साथ ही राज्य में राजनीतिक और सामाजिक कार्यक्रम रद्द किए जा रहे हैं।
मुंबई सहित महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। मुंबई में 8 फरवरी से उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 36.38 प्रतिशत वृद्धि देखी गई है। बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में 8 फरवरी को कोविड-19 के 5,335 मरीज उपचाराधीन थे और यह संख्या बढ़कर रविवार को 7,276 हो गई। संक्रमण के मामलों में वृद्धि की दर का औसत 8 फरवरी को सबसे कम (0.12 फीसदी) था और संक्रमण के मामलों के दोगुने होने की दर सर्वाधिक (574 दिन) थी। मुंबई में संक्रमण के मामलों की वृद्धि दर 0.20 फीसदी है और मामले 346 दिन में दोगुने हो रहे हैं। प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है लेकिन महामारी से होने वाली मौत की संख्या कम है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए पहले से तय अपने सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने भी 22 फरवरी और 7 मार्च के बीच अपने सभी तयशुदा कार्यक्रम रद्द कर दिए। महाराष्ट्र के उच्चतर एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने भी सोमवार को तय अपना सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सोमवार से राज्य में धार्मिक, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यक्रमों में लोगों के समूह में एकत्रित होने पर रोक रहेगी।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी कोरोना की चपेट में आ गए । कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल भी कोरोना संक्रमित हुए हैं। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। अस्पताल से ही टोपे ने महाराष्ट्र की जनता के नाम एक भावुक चिट्ठी लिखी है। इन्होंने इसमें महाराष्ट्र की जनता से कोरोना की लड़ाई में साथ देने और लॉकडाउन के नियमों को मानने की अपील की है। पिछले साल भर से हम सब कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार के सख्त कदम, सही मार्गदर्शन, ईमानदार कोशिश और जान की परवाह किये बिना लड़ने वाले कोरोना योद्धा खासतौर पर डॉक्टर, नर्स, हेल्थ वर्कर, पुलिस, सफाई कर्मचारी, इन सबकी मदद से हम सब कोरोना को काबू में कर पाए। अभी तक कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। वह फिर अपना सिर उठा रहा है। हमें एक बार फिर मिलजुल कर यह लड़ाई लड़नी है। मैं फिलहाल अस्पताल में हूं। पिछले साल भर से यह वायरस मेरा पीछा कर रहा है। लेकिन मेरे पास आना उसके लिए मुमकिन नहीं हुआ। आखिरकार उसने मुझे पकड़ ही लिया है। आप सबके प्यार, अपनापन और आशीर्वाद से मैं इस वायरस को हराकर जल्द ही आपके साथ यह लड़ाई लड़ने आऊंगा। मेरी आपसे अपील है कि कृपया मास्क पहने, सामाजिक दूरी का पालन करें, तभी यह संकट टलेगा। आखिर खुद का परवाह यानी अपनों की परवाह, अपनों की परवाह यानी समाज की परवाह। तो चलिए कोरोना को हराएं।
प्रशासन की अपील न मानने वाले और सरकारी दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने वालों पर बीएमसी और पुलिस सख्त कार्रवाई भी कर रही है। मुंबई और आस पास के इलाकों में करीब दो हजार हाउसिंग सोसाटियों को सील किया गया है, कई होटल, बार, रेस्टोरेंट और शादी समारोह कराने वाले प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की गई है। बीएमसी के अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश ककनी ने कहते हैं कि जैसे ही प्रतिबंधों में ढील दी गई, मॉल, रेस्तरां, पब, क्लब और विवाह आयोजनों तथा अन्य समारोहों में भीड़ बढ़ने लगी जिसके कारण संक्रमण के मामले भी बढ़े। बहुत से लोग ऐसे बर्ताव कर रहे हैं जैसे कोविड-19 का खतरा नहीं है। वह सार्वजनिक स्थलों पर नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ रही है।
देश में कोविड-19 के 14,199 नए मामले
देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 14,199 नए मामले सामने आने से कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1.10 करोड़ से ज्यादा हो गई। वहीं, लगातार पांचवें दिन उपचाराधीन मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार को अद्यतन किए गए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। वहीं अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी से मरने वालों की संख्या पांच लाख के करीब पहुंच गई है।