अपने परिवार के लिए चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाल रही हैं प्रियंका

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 10, 2022 | 11:41 PM IST

आगामी लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी वडेरा कांग्रेस की ओर से चुनाव नहीं लड़ रही हैं और न ही वह पार्टी के लिए प्रचार कर रही हैं, पर अपने परिवार के लिए चुनाव प्रचार का जिम्मा वह बखूबी संभाल रही हैं।
अमेठी और रायबरेली संसदीय सीटों से पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए प्रियंका एक आदर्श की तरह हैं। इन सीटों से चुनाव प्रचार में यही चेहरा नजर आ रहा है। इन संसदीय सीटों में जब किसी मोबाइल फोन की घंटी बजती है तो फोन उठाने वाले को दूसरी ओर से प्रियंका की रिकॉडर्ेड आवाज सुनाई देती है।
चुनाव प्रचार का यह तरीका कुछ वैसा ही है जिसे 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपनाया था। उन दिनों मोबाइल पर कॉल के जरिए मतदाताओं को अटल बिहारी वाजपेयी की आवाज सुनाई जाती थी। फोन उठाते ही दूसरे छोर से आवाज आती थी, ‘मैं अटल बिहारी वाजपेयी बोल रहा हूं।’
इस दफा प्रियंका की जिस रिकॉडर्ेड आवाज का इस्तेमाल पार्टी कर रही है, उससे साफ पता चलता है कि उन्हें मतदाताओं को प्रभावित करने की कला आती है। बड़ी विनम्रता भरे लहजे में फोन उठाने वाले को यह आवाज सुनाई देती है, ‘अमेठी और राय बरेली हमारे लिए सिर्फ कर्मक्षेत्र नहीं है बल्कि, यह हमारे लिए पूजनीय है।’
साथ ही प्रियंका इस दौरान मतदाताओं को धन्यवाद देना भी नहीं भूलती हैं। वह कहती हैं, ‘आपने हमें जो सम्मान दिया है, हम चाहें भी तो उसका कर्ज नहीं चुका सकते हैं।’ इन दोनों लोकसभा सीटों से सोनिया गांधी और राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं।
हालांकि कांग्रेस इस रिकॉर्डेड आवाज को केवल इन्हीं दो संसदीय सीटों में प्रचार के लिए इस्तेमाल करेगी। सूत्रों ने बताया कि प्रियंका की इस रिकॉर्डेड आवाज को इस्तेमाल करने की वजह है कि जब उनकी मां और भाई नामांकन दाखिल कर रहे थे तो प्रियंका उनके साथ नहीं थी।
हाल ही में अपने ससुर राजेंद्र वडेरा की मौत के कारण प्रियंका नामांकन भरते वक्त इन दोनों के साथ शामिल नहीं हो पाई थीं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘यहां के लोगों को प्रियंका से काफी लगाव है। उनका बात करने का अंदाज, उनकी बुद्धिमता और हाजिरजवाबी लोगों को बहुत पसंद है।’
प्रियंका का मतदाताओं पर कितना प्रभाव है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 1999 के लोकसभा चुनाव में  उन्होंने सतीश शर्मा के लिए चुनाव प्रचार किया तो शर्मा को जीत मिली थी। अमेठी और रायबरेली से चुनाव प्रचार की सारी जिम्मेदारी प्रियंका को ही सौंपी जाएगी और वह 10 अप्रैल को यहां आएंगी।

First Published : April 7, 2009 | 11:47 PM IST