कम किराया, अच्छी लोकेशन और उपभोक्ताओं की उपलब्धता के चलते ही पुणे रिटेल कंपनियों की अगली पंसद बनता जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पुणे का रिटेल कारोबार हैदराबाद और चेन्नई की ही तर्ज पर विकसित हो रहा है। अगले दो साल के भीतर ही डॉलफिन, 44 स्नू हिल्स, वेस्टएंड मॉल, इनॉरबिट, जिऑन , प्राइड पार्क स्ट्रीट जैसी सभी बड़ी रिटेल कंपनियां पुणे की राह पकड़ने की योजना बना रही है।
वैसे तो मंदी के चलते सभी रिटेल कंपनियों के कारोबार में कमी आई है। लेकिन पुणे जैसे शहर में कारोबार की अच्छी संभावनाओं के चलते कंपनियों के हौसले बुलंद है।
रिटेल कंपनियों के अनुसार पुणे जैसे शहर से हमारे कारोबार में बढ़ोतरी के अवसर मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु जैसे शहरों मेट्रो शहरों से भी कहीं ज्यादा हो गए हैं। जोंस लैंग लासाले मेघराज की ओर से कराए गए एक सर्वेक्षण के मुताबिक पुणे में लगभग 5 लाख वर्ग फीट जगह संगठित और अंसगठित रिटेल कारोबार के लिए उपलब्ध है।
शहर के पूर्वी और पश्चिमी छोर पर कम से कम दस मॉल बनाए जा रहे हैं। इसके साथ 5 लाख वर्ग फीट से ज्यादा जगह में निर्माण कार्य शुरु हो चुका है। खराडी, हिंजेवाडी, पिंपरी-चिंचवाड, कुथरुड और भौगांव इलाके रिटेल कंपनियों के निशाने पर हैं।
शहर में अगले दो साल के अंदर लगभग 17 मॉल नजर आयेंगे। जोंस लांग लासाले मेघराज के रिटेल प्रमुख आंनद दत्ता ने बताया कि रिटेल ब्रांड मैंगो, स्टेपल्स, क्रोमा पहले से ही शहर में चालू हो चुके हैं। जमीन की उपलब्धता के चलते और रिटेल कंपनियां भी यहां आने की योजना बना रही हैं।